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“बहन/बेटी को पेश करो”, कोई गाली नहीं होती ; नसीमुद्दीन सिद्दीकी

लखनऊ/ नई दिल्ली डेस्क/ बसपा अध्यक्ष पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले दयाशंकर सिंह की पत्नी स्मिता सिंह के आरोपों पर बसपा नेता नसीमुद्दीन ने सफाई दी है। नसीमुद्दीन ने साफ कहा कि उन्होंने किसी को गाली नहीं दी है। ऐसे में माफी मांगने का सवाल ही नहीं है। स्मिता सिंह ने बसपा अध्यक्ष मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दीकी और सतीश मिश्रा पर एफआईआर दर्ज कराई है।

बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी का कहाना है कि हमें पुलिस ने 36 घंटे में गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था तो कल ही हमने धरना समाप्त कर दिया था। अगर पुलिस 36 घंटे में गिरफ्तारी नहीं करती है तो हम शांत नहीं बैठेगें। हम लोग लखनऊ मंडल को छोड़कर और 17 मंडलों में धरना प्रदर्शन करेगें और आगे की रणनीति की तैय़ारी होगी। केद्र सरकार ने उना दलित उत्पीड़न को दबाने के लिए ये घटना रची है, पर हम लोग इसके लिए संघर्ष करेंगे। इस तरह के काम से बीजेपी को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है।

सिद्दीकी ने कहा कि मुझे पता चला है कि दयाशंकर की मां ने कल के धरना प्रदर्शन को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगा है कि दयाशंकर को हमारे धरने में कुत्ते शब्द का प्रयोग किया है। हम दयाशंकर की मां के दावों को गलत करार देते हैं। दयाशंकर सिंह की मां और बेटी, क्या हमारी अध्यक्षा के लिए प्रयोग किए गये शब्द को सही ठहराएंगीं? इसको हमारे भाषण में कहा गया था कि इसको बताने के लिए उनकी मां, बेटी को पेश होने को कहा था। हम लोगों ने मां, बहन, बेटी के लिए किसी भी प्रकार के अपशब्द का प्रयोग नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि किसी कार्यकर्ता को नहीं बुलाया गया। सभी अपने मन से आए थे। अगर कोई कार्यकर्ता कुछ कहता है तो इसका जिम्मेदार वह खुद है। बीजेपी की सोची समझी रणनीति और साजिश है। 25 को सामने आएगा कि हम क्या कह रहे हैं। मैंने अपने भाषण में सफाई दे दी है। हम नारों को गलत नहीं समझते। क्या वो अपनी मां-बहन के सामने उन शब्दों का प्रयोग कर सकते हैं। हम किसी भी धरना और नारों को गलत नहीं समझते। सिद्दीकी ने सवाल किया कि क्या पेश करना गाली हो गई? यह कोई गाली नहीं है। हमने पेश किया कहा है। कुछ नहीं गलत कहा। किसी भी तरह की माफी की कोई बात नहीं है। पहले कांग्रेस की सरकार ने देश के दलितों का शोषण किया अब बीजेपी कर रही है।

नसीमुद्दीन ने कहा कि भारत सरकार के मंत्री ने हरियाणा के दलित को कुत्ता कहा था तो इतना बुरा नहीं लगा था। जब हमारी मां-बहन के समान अध्यक्षा को बुरा कहा तो इतना बुरा लग गया। मैं उत्तेजित होने वाला नहीं हूं। दयाशंकर अगर माफी नहीं मांगेंगे, तो हम नहीं छोड़ने वाले हैं।

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