लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि राम का नाम लेकर सत्ता में आई बीजेपी के राज में रामकथा का आयोजन करना भी अपराध बन गया है। कन्नौज के एक गांव में घटी घटना से तो यही साबित होता है कि अब रामकथा या तो अफसरशाही की मर्जी का मोहताज बनेगी या फिर उसका आयोजन होने ही नहीं दिया जाएगा।
अखिलेश ने कहा कि लगता है, योगी के राज में रामकथा का आयोजन करने वाले की अच्छी खासी पिटाई भी होगी। एसपी प्रमुख ने अपने बयान में कहा है कि कन्नौज के हथिनी गांव में 16 मई को रामायण पाठ के साथ रामकथा का भी आयोजन था। यह कार्यक्रम शाम तक ही चलना था। उधर से गुजर रहे एक एसडीएम साहब को यह सब नागवार गुजरा और उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लगे माइक को हटाने के साथ वहां रखे सामान को भी तोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी एसडीएम के इस तानाशाही रवैये की निंदा करती है और इस कांड की जांच से पहले एसडीएम को तत्काल निलंबित करने की मांग करती है। अखिलेश ने कहा, “रामकथा के आयोजन में विघ्न डालकर बीजेपी ने जता दिया है कि उसकी धार्मिकता और राम मंदिर बनाने की बातें सिर्फ दिखावा है. उसका पहला और अंतिम लक्ष्य सिर्फ सत्ता का दुरुपयोग करना है”।