लखनऊ डेस्क/ तेजस्वी यादव ने रविवार को बसपा सुप्रीमो से मुलाकात के बाद सोमवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले। इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता की और सपा-बसपा के गठबंधन पर खुशी जाहिर की। कहा- यह देश में अभी की स्थिति के मद्देनजर आवश्यक था। जो लोग अंग्रेजों के गुलाम थे, वे अभी सत्ता में हैं। देश में अघोषित अपातकाल लगा है और केंद्र सरकार का रवैया भी तानाशाही भरा है। सीबीआई और ईडी अब एजेंसी नहीं हैं, वे अब भाजपा के सहयोगी बन गए हैं। लालूजी जेल में केवल इसलिए हैं क्योंकि मोदी जी ने उन्हें एक खतरे के रूप में देखा था।
तेजस्वी यादव ने कहा कि, देश पर खतरा मंडरा रहा है। ये लोग नागपुरिया कानून, आरएसएस का एजेंडा लागू करना चाहते हैं। मोहन भागवत पहले भी कह कर रहे थे कि आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए या फिर इसे आर्थिक आधार पर दिया जाए। यह संविधान को खत्म करने जैसा काम है। अखिलेश जी और मायावती जी ने नागपुरिया कानून लागू होने से देश को बचाने की जो कोशिश की है, उसके लिए लोग उन्हें मानेंगे और बधाई देंगे। आने वाले समय में पता लग जाएगा कि कौन कितना बेइमान है। चौकीदार ने कितना बेइमानी का काम किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि, पूरे देश की जनता नाराज है। नौकरी का कोई भरोसा नहीं। देश के व्यापारियों को संकट के डाल दिया गया। यूपी में गठबंधन की खुशी पूरे देश में है। दिल्ली से कलकत्ता तक भाजपा के खिलाफ लोग खड़े हैं। दिल्ली व कलकत्ता के लोगों को बुलेट ट्रेन दे देते तो वे खुश हो जाते, लेकिन अहमदाबाद से मुम्बई दे दी। हमने दिल्ली से पटना रांची के लिए मांगी थी।