नई दिल्ली डेस्क/ जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने और राज्य के बंटवारे पर बसपा प्रमुख मायावती ने राजनीतिक विरोध के बावजूद मोदी सरकार का समर्थन किया। मंगलवार को मायावती ने ट्वीट कर कहा, संविधान की सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक न्याय की मंशा को पूरे देश में लागू करने के लिए जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35 ए को हटाने की मांग लंबे समय चल रही थी। उम्मीद है केंद्र सरकार के फैसले का सही लाभ वहां के लोगों को मिलेगा।
मायावती ने कहा, जम्मू-कश्मीर के लेह-लद्दाख को अलग से केन्द्र शासित क्षेत्र घोषित किए जाने से खासकर वहां के बौद्ध समुदाय के लोगों की बहुत पुरानी मांग पूरी हुई। जिसका बसपा स्वागत करती है। इससे पूरे देश में विशेषकर बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के बौद्ध अनुयायी खुश हैं।
वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे केंद्र सरकार का एकतरफा निर्णय करार दिया। सपा प्रमुख अखिलेश ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को मजबूती प्रदान करने की दिशा में उठाए गए किसी भी कदम का स्वागत है। लेकिन लोकतंत्र में छल, कपट, बल का उपयोग लोकतांत्रिक नियमों का उल्लंघन है। सहमति और भरोसे से फैसले होने चाहिए। सभी दलों को बातचीत का हिस्सा बनाना चाहिए। एकतरफा निर्णय से विवाद पैदा होता है।