पटना डेस्क/ राजद नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर दिल्ली के जहांगीरपुरी और अन्य भाजपा शासित राज्यों में एक विशेष समुदाय के ढांचे को ध्वस्त करने का आरोप लगाते हुए उनकी बुलडोजर संस्कृति की आलोचना की।
तेजस्वी ने कहा, चीन ने भारतीय क्षेत्र में दो गांव बनाए, लेकिन केंद्र इसके बारे में दो शब्द बोलने से डरता है, उन्हें ध्वस्त करने के बारे में भूल जाता है। क्या वे राष्ट्रीय हित, एकता और अखंडता और संविधान के बारे में चिंतित हैं या सिर्फ एक विशेष समुदाय पर बुलडोजर चला रहे हैं?
तेजस्वी ने पूछा, अगर (जहांगीरपुरी) में अवैध निर्माण हैं, तो सरकार और प्रशासन अब तक क्या कर रहे थे। उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने भी बुलडोजर संस्कृति पर आपत्ति जताई और ट्विटर पर एक सोशल मीडिया हैशटैग स्टोप बुलडोजिंग हाउस्ेाज अभियान शुरू किया।
राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भी दिल्ली के जहांगीरपुरी, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में विध्वंस अभियान पर आपत्ति जताई। तिवारी ने भाजपा पर रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान सांप्रदायिक अशांति फैलाने का आरोप लगाया और इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया।
तिवारी ने कहा, हालांकि इसका असर बिहार के किसी भी हिस्से में नहीं देखा गया, लेकिन अगर बीजेपी या एनडीए सरकार हमारे राज्य में बुलडोजर संस्कृति का विकल्प चुनती है, तो राजद समर्थक इसके सामने खड़े होंगे। हम अपने राज्य में ऐसी संस्कृति को पनपने नहीं दे सकते।
इस बीच, भाजपा नेताओं ने दावा किया कि दिल्ली और अन्य राज्यों में जो कुछ भी हुआ, वह अदालत के निर्देश पर हुआ। भगवा पार्टी के नेताओं ने कहा कि वे अवैध संरचनाएं थीं, जिन पर लोगों ने कब्जा कर लिया था और इसलिए उन्हें ध्वस्त कर दिया गया।