नई दिल्ली डेस्क/ उत्तर रेलवे (North Railway) के मुरादाबाद, बरेली करनाल, पठानकोट और जालंधर स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाया जायेगा। इस साल के अंत तक निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।
रेलवे के अनुसार सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) माडल के तहत इन रेलवे स्टेशन का निर्माण अंतरराष्ट्रीय स्तर के 15 वास्तुविदों के पैनल की गाइड लाइन के आधार पर किया जाएगा। इन स्टेशनों पर अब आने-जाने के लिए कई एस्केलेटर लगाए जाएंगे। लिफ्ट की भी सुविधा व खरीदारी के लिए शापिंग माल भी होगा और पाकिर्ंग भी अत्याधुनिक भी बनाए जायेंगे। देखने में रेलवे स्टेशन फाइव स्टार होटल से कम नहीं लगेंगे।
उत्तर रेलवे के मुरादाबाद स्टेशन व बरेली के अलावा करनाल(हरियाणा), पठानकोट(पंजाब) और जालंधर(पंजाब) को विश्व स्तरीय बनाया जाना है। दरअसल मुरादाबाद शहर को पीतल के कारोबार के लिए जाना जाता है। इससे पीतल कारोबार को भी काफी फायदा मिलेगा।
उत्तर रेलवे के उप मुख्य अभियंता (निर्माण) तकनीकी राजेश कुमार वर्मा द्वारा जारी पत्र में वास्तुविद के चयन को निविदा आमंत्रित करने के लिए अंतिम तारीख 24 जून निर्धारित की गई है। यह पैनल इन पांचों स्टेशनों का पांच माह में नक्शा तैयार करेगा। इसके बाद निर्माण कार्य के लिए कंपनी चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विश्व स्तरीय बनाने के लिए आवश्यकता अनुसार पुराने भवन को तोड़कर उसमें कुछ बदलाव के साथ नया निर्माण कार्य किया जायेगा।
जिसके तहत प्लेटफार्म पर आने व जाने वाले यात्रियों के लिए बेहतर व चौड़े रास्ते होंगे। प्लेटफार्म तक जाने के लिए एस्केलेटर व लिफ्ट की सुविधा दी जाएगी। फूडकोर्ट, रेस्तरा व महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग वातानुकूलित प्रतीक्षालय होंगे। स्टेशन पर शापिंग मॉल भी बनाया जाएगा। कोच की स्थिति भी डिस्पले बोर्ड पर ही मिलेगी, बैट्री चालित कार की सुविधा भी होगी। अन्य कई अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी।
इससे पहले भोपाल का रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पीपीपी माडल के तहत देश का पहला रेलवे स्टेशन बनाया गया है। पूर्व में यह हबीवगंज स्टेशन था जिसका नाम बदलकर रानी कमलापति किया गया। इस स्टेशन पर कई आधुनिक सुविधाएं हैं।