लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग ने सोशल मीडिया पर स्कूल की एक वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद उसके लिए जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें दिन के खाने के लिए बनी रोटियां जमीन पर बिखरी हैं। यह वीडियो लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके के प्राइमरी स्कूल गोयला का है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अरुण कुमार ने कहा, उन्होंने वीडियो देखा है और जांच के आदेश दिए हैं। नियमानुसार पूरे मध्याह्न् भोजन का वितरण प्रधानाध्यापक और शिक्षकों की निगरानी में किया जाना था। वीडियो स्कूलों में मध्याह्न् भोजन के वितरण में स्वच्छता के राज्य के बुनियादी शिक्षा विभाग के लंबे दावे को उजागर करता है।
स्कूल की प्रधानाध्यापिका बबीता कुमारी ने कहा, अक्षय पात्रा ने स्कूल में मिड-डे मील परोसा। स्कूल में 293 छात्र थे और 181 शनिवार को मौजूद थे और सोमवार को केवल 169 छात्र ही आए थे। उन्होंने आगे कहा, नवरात्रि के उपवास के कारण, कक्षा 5 के कुछ छात्रों ने भोजन नहीं किया। साथ ही, प्रत्येक छात्र को चपाती पसंद नहीं है। वे तेहरी, सब्जियां, चावल और दाल पसंद करते हैं। इसलिए यह अतिरिक्त चपातियां थीं, जिन्हें मध्याह्न् भोजन के बाद परोसा गया, इन चपातियों को एक प्लास्टिक की थैली में बांध दिया गया था।
मामले की जांच कर रही खंड शिक्षा अधिकारी प्रीति शुक्ला ने कहा कि वह स्कूल गई थी और उनके निष्कर्षो के अनुसार, वीडियो सोमवार का था। उन्होंने कहा कि, यह सच है कि, चपातियों को फर्श पर नहीं रखना चाहिए था। अतिरिक्त चपातियों को निपटाने के लिए प्लास्टिक की थैली में डाला जा रहा था। रसोइया के खिलाफ शिकायतें हैं और उसका व्यवहार अच्छा नहीं है। उसे नोटिस दिया गया है।