TIL Desk जौनपुर/ एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर में रैली की, वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी यूपी के जौनपुर पहुंचे। मोदी ने जहां कांग्रेस पर करारा हमला बोला, वहीं राहुल ने मोदी पर पलटवार किया। राहुल ने नोटबंदी और मनरेगा को लेकर मोदी को घेरा। राहुल ने ये भी पूछा कि 15 लाख रुपये लोगों के अकाउंट में अब तक क्यों नहीं पहुंचे? रैली में राहुल ने जैसे ही नोटबंदी को लेकर मोदी को घेरा, मोदी मुर्दाबाद के नारे लगने लगे। इस पर राहुल ने कहा कि ये कांग्रेस पार्टी की मीटिंग है, इसमें मुर्दाबाद शब्द का प्रयोग नहीं होना चाहिए। मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं, उनसे राजनीतिक लड़ाई है, हम उन्होंने हराएंगे। मुर्दाबाद शब्द आरएसएस लोग बोलते हैं, ये कट्टरपंथियों का शब्द है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस हमेशा भ्रष्टाचार को हटाना चाहती है। अगर एनडीए की सरकार कोई भी कदम भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाएगी तो हम पूरा सहयोग देंगे। पर 8 नवंबर का फैसला न भ्रष्टाचार के खिलाफ था न कालेधन के खिलाफ। ये देश के मजदूरों, गरीबों के खिलाफ था। मोदी जी ने 99 प्रतिशत गरीबों का खून निकाल लिया। मोदी जी से देश के गरीबों ने क्या मांगा, कर्ज माफ हो, गरीबों को खाना मिले। पर मोदी जी ने हमारी बात नहीं सुनी। मैंने देश की यात्रा की और मोदी जी को बताया कि देश का किसान रो रहा है और हर रोज मर रहा है। देश के किसानों ने कर्ज माफी मांगी, बिजली मांगी और पानी मांगा, बस ये तीन चीज ही मांगी। आपने देश के अमीरों का कर्ज माफ किया पर आपने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। ये है हिंदुस्तान की सच्चाई। संसद में मोदी जी ने कहा कि य़े लोग पूरे दिन गढ्ढा खोदते हैं। उन्होंने नरेगा को गढ्ढा खोदना कहा। मोदी जी, देश का किसान गढ्ढा नहीं खोदता, वो देश का निर्माण करता है। आप किसान, मजदूरों का अपमान कर रहे हैं।
जिन राज्यों में मोदी जी की पार्टी की सरकारें हैं वहां आदिवासियों की जमीनें अपने दोस्तों को दिलाने के लिए गोलियां चलवाते हैं। आपने तीन सालों में 1 प्रतिशत लोगों को 60 प्रतिशत धन दिला दिया है। ये सरकारी आंकड़ा है। केवल 50 परिवारों के पास ही ये धन है। इन परिवारों के लोग मोदी जी के साथ अमेरिका, चीन जाते हैं और उनके जहाज में बैठते हैं। एक तरफ 99 प्रतिशत लोग जो खून पसीना बहाते हैं उनका संसद में मजाक उठाते हैं। अब मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि काला धन किससे के पास है? 1 प्रतिशत के पास है या 99 प्रतिशत के पास है? सारा कैश काला धन नहीं है काला धन सारा कैश में नहीं है। मजदूर अगर अपनी सैलरी लेता है तो वो काला धन नहीं है। आम आदमी जब अपनी जेब से पैसा निकालता है वो काला धन नहीं है। जिनके पास काला धन है वो चोर लोग होशियार होते हैं, वो चोर लोग कंजूस होते हैं।
मोदी जी केवल 6 प्रतिशत काले धन के पीछे दौड़े, 94 प्रतिशत के पीछे क्यों नहीं दौड़े। मोदी जी को अच्छी तरह से मालूम है कि ज्यादा काला धन रियल स्टेट, जमीनों को विदेशों में है। क्योंकि पिछले चुनाव में मोदी जी ने कैश की बात नहीं की थी, उन्होंने विदेशों में जमा पैसे की बात की थी कि लाखों करोड़ों रुपये विदेशों के बैकों में है। मोदी जी को पता है कि ज्यादा से ज्यादा काला धन विदेशों में है, 1 प्रतिशत के पास है। उन्होंने आपसे वादा किया था कि आपको 15 लाख रुपये मिलेंगे, विदेशी बैंक अकांउट वालों को जेल में डाला नहीं।
स्विट्जरलैंड सरकार ने मोदी जी को स्विस बैंक के अकांउट वालों के नाम दिए हैं। सबके नाम उनके पास हैं, हमने संसद में कई बार बोला कि उन चोरों के नाम संसद में रखिए पर ढाई साल हो गए मोदी जी ने नाम नहीं रखे। माल्या लंदन में बैठा है, 8 नबंवर के बाद मोदी जी ने 1200 करोड़ रुपये की टॉफी माल्या के मुंह में डाली है, ये कर्ज माफ किया है मोदी जी ने किया। जनता ने सवाल उठाए कि मोदी झूठ बोलता है कि मेरे 15 लाख कहां है? ये देश की जनता पूछने लगी है। ललित मोदी लंदन में क्यों बैठा है? मेरे 15 लाख कहां है? अब मोदी जी घबरा गए कि जनता 15 लाख मांग रही है और मैंने वादा किया था कि 1 प्रतिशत लोगों काला धन निकालूंगा, पर उनसे कैसे पैसे निकालूंगा क्योंकि उन्हीं से तो मैं बना? मोदी जी जो टीवी पर आते हैं, लाखों रुपये लगते हैं, वो पैसा किसान नहीं देता। वही 1 प्रतिशत लोग और 50 परिवार देते हैं। तो एक नया हथियार निकाला सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं काले धन पर।