गुवाहाटी डेस्क/ असम में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के उद्देश्य से अज्ञात बदमाशों के एक समूह ने बुधवार को श्रद्धा वाकर जैसे मामले पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया। इस पोस्ट पर राज्य पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इसे फर्जी समाचार करार दिया। बदमाशों ने असम में श्रद्धा जैसी घटना का दावा किया और इसे लव-जिहाद करार दिया।
पोस्ट में कहा गया, काजल नाम की एक लड़की जो लिव-इन रिलेशनशिप में थी, उसके साथ पहले सात मुस्लिम लड़कों ने बलात्कार किया और फिर एक फ्रिज में जिंदा पैक कर दिया। वह ठंड के कारण मर गई। उसका लिव-इन पार्टनर गफ्फार और उसके साथी शव को फ्रिज से बाहर निकालते थे और उसके साथ संबंध बनाते थे।
असम पुलिस की साइबर सेल तुरंत हरकत में आई और पोस्ट को फर्जी पाया। एक ट्विटर पोस्ट में, असम पुलिस ने लिखा, 2010 के एक ब्लॉग की पुरानी तस्वीर सोशल मीडिया पर पूरी तरह से गलत संदर्भ के साथ साझा की जा रही है। इस तरह के संदेश साझा करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लोगों से अधिक सतर्क रहने का आग्रह किया।