लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी में जारी दंगल के बीच एक बार फिर आज सुलह की कवायद शुरू हो गयी है। मुलायम सिंह, मुख्यमंत्री अखिलेश और शिवपाल के बीच बैठक हो सकती है। आजम खान लगातार पिता-पुत्र के बीच जारी विवाद को खत्म करने के प्रयासों में जुटे हैं।
गौरतलब हो कि, मुख्यमंत्री अखिलेश और मुलायम के बीच मंगलवार को करीब साढ़े तीन घंटे चली वार्ता विफल हो गई थी। राम गोपाल यादव ने कहा है कि जो भी बात चल रही है, उसका कोई मतलब नहीं है यह सब अफवाह है | क्योंकि हम चुनाव आयोग जा चुके हैं, इस पर अब वही फैसला करेगा।
मंगलवार को अखिलेश खेमे की तरफ से प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग में दावा पेश कर दिया। उन्होंने कहा कि साइकिल चुनाव निशान उनका है और पार्टी पर भी उन्हीं का हक है। वहीं मुलायम सिंह पहले ही कह चुके हैं कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनके बिना अनुमति के अधिवेशन नहीं बुलाया जा सकता। प्रोफेसर रामगोपाल खुद निष्काषित महासचिव है और निष्काषित महासचिव राष्ट्रीय अधिवेशन कैसे बुला सकता है अतः पार्टी के चुनाव निशान पर उन्हीं का अधिकार है।