नई दिल्ली डेस्क/ दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के द्वारका में नाबालिग घरेलू सहायिका को कथित रूप से प्रताड़ित करने के मामले में शहर की एक अदालत ने पायलट और उसके पति को दो अगस्त तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि दंपति को कथित रूप से पीटने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
महिला पायलट पूर्णिमा बागची (33) के घर में 10 साल की बच्ची घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी। पूर्णिमा और उसका पति कौशिक बागची (36) कथित रूप से बच्ची को मारते-पीटते थे, जिसके बाद बुधवार को बच्ची के रिश्तेदारों सहित गुस्से से भरी भीड़ ने दंपति की पिटाई कर दी थी।
पुलिस ने क्या कहा ?
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूर्णिमा को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे दो अगस्त तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि कौशिक बागची को बृहस्पतिवार को अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे दो अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने बताया कि आज दिन में अधिकारियों और फॉरेंसिक मनोवैज्ञानिकों ने कौशिक से विस्तृत पूछताछ की थी।
कौशिक एक निजी विमानन कंपनी में ग्राउंड स्टाफ के रूप में काम करता है। पुलिस के अनुसार, ऐसी सूचना मिली है कि बच्ची दंपति के घर में पिछले दो महीने से काम कर रही थी। उसने बताया कि बच्ची के एक रिश्तेदार ने देखा कि पूर्णिमा और उसका पति उसे मार रहे थे। बाद में गुस्से से भरी भीड़ ने दंपति की पिटाई कर दी।
वीडियो में क्या दिखा ?
एक कथित वीडियो में भीड़ को दंपति को पीटते हुए देखा जा सकता है। कुछ महिलाओं को आरोपी महिला को थप्पड़ मारते और उसके बाल खींचते हुए भी देखा जा सकता है। पुलिस ने बताया कि पूर्णिमा और उसके पति की कथित रूप से पिटाई करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उसने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान जितन सिंह, गुड्डू और अनिल के रूप में हुई है। उसने बताया कि अन्य आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्दी ही गिरफ्तार किया जाएगा।