नई दिल्ली डेस्क/ आगामी पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले संसद में आम बजट पेश करने को लेकर विपक्ष ने हमला तेज कर दिया है। इस विरोध की आग आज चुनाव आयोग के दरवाजे तक देखने को मिली।
जहां इसके विरोध में विपक्षिय दलों ने हल्ला बोला और बजट को चुनाव के बाद पेश करने की मांग की। इन दलों में कांग्रेस, टीएमसी, सपा, बीएसपी, जेडीयू औऱ आरजेडी भी शामिल है। तो वही विपक्षी दलों के विरोध के बीच केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ये वे राजनीतिक दल हैं, जो कहती हैं कि नोटबंदी की लोकप्रियता बहुत कम है। तो फिर वे आम बजट से डर क्यों रहे हैं?
जेटली से जब पूछा गया कि वर्ष 2012 में उत्तर प्रदेश सहित दूसरे राज्यों में चुनाव खत्म होने के बाद मार्च में बजट पेश किया गया था, तो उन्होंने कहा, यह कोई हमेशा की प्रथा नहीं रही। साथ ही जेटली ने कहा कि ‘लोकसभा चुनावों से ठीक पहले अंतरिम चुनाव पेश किया जाता है, किसी ने उसे तो नहीं रोका। 2014 में भी आम चुनाव से कुछ ही दिनों पहले अंतरिम बजट पेश किया गया था। यह एक संवैधानिक जरूरत है।