लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सीएम कैंडिडेट शीला दीक्षित सीएम अखिलेश को खुद से बेहतर सीएम कैंडिडेट मानती हैं। एक साक्षात्कार में शीला दीक्षित ने ये बाते कहीं। कांग्रेस ने सपा परिवार के अंदरुनी घमासान में गठबंधन की गाड़ी छूट न जाए इसका संदेश भी अखिलेश को देने की कोशिश की। पार्टी का मानना है कि तालमेल नहीं हुआ तो कांग्रेस से ज्यादा नुकसान अखिलेश को होगा। शीला दीक्षित का यह बयान गठबंधन को लेकर कांग्रेस की गंभीरता को जाहिर करने के लिए पर्याप्त है। अखिलेश के साथ कांग्रेस के गठबंधन की गाड़ी सपा के अंदरुनी घमासान में फंसी है।
यूपी के साथ-साथ चार और राज्यों में चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही राजनीतिक दलों की ओर से चुनावी समीकरणों को साधने की कसरत भी तेज हो गई है। उप्र में अपनी राजनीतिक साख बचाने के लिए मैदान में उतर रही कांग्रेस ने चुनावी तारीखों के एलान के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गठबंधन पर जल्द फैसला लेने का अल्टीमेटम दिया है।
कांग्रेस अखिलेश की अगुवाई वाले सपा खेमे से तालमेल की भरसक कोशिश में जुटी है। इसीलिए पार्टी ने चुनावी कार्यक्रमों का एलान होने के बाद दबाव बढ़ाने की रणनीति के तहत कांग्रेस-सपा तालमेल को जनता की आकांक्षा बताने से भी परहेज नहीं किया। साथ ही तालमेल में पेच फंसने पर अकेले चुनाव लड़ने को तैयार रहने की ताल भी ठोकी।