नई दिल्ली डेस्क/ पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने किंगफिशर एयरलाइंस को घाटे से उबारने के लिए शराब कारोबारी विजय माल्या की मदद की थी | यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है | साल 2010 से लेकर 2013 के बीच विजय माल्या ने ऐसे कई ई-मेल डॉ. मनमोहन सिंह को किए थे, जिसके बाद वित्त मंत्रालय के जरिए उनकी मदद की गई | रिपोर्ट के मुताबिक विजय माल्या उस समय लगातार पीएमओ के संपर्क में थे |
वित्त मंत्रालय ने विजय माल्या को फायदा पहुँचाने के लिए नियमों को ताक पर रख दिया था| कारोबारी विजय माल्या ने मनमोहन सिंह को ई-मेल किए थे, जिसे पीएमओ ने वित्त मंत्रालय को भेज दिया था| उसके बाद नियमों का उल्लंघन करते हुए वित्त मंत्रालय द्वारा माल्या की मदद की गई थी | विजय माल्या ने डॉ. मनमोहन सिंह को पत्र लिखा था | इसके बाद तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने तमाम नियम कायदों को ताक पर रखते हुए किंगफिशर एयरलाइंस को लोन मामले में राहत पहुंचाई|
इससे पहले विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस मामले में कथित धन के दुरुपयोग मामले में खुद को बेगुनाह बताया और कहा कि अदालत में भी उनके खिलाफ कुछ नहीं निकला है| माल्या ने ट्वीट जारी कर कहा कि अब तक, इस मिनट तक अदालत में चली सुनवाई के बाद इस बारे में कि किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का कितना कर्ज है और मुझ पर व्यक्तिगत तौर पर कितना कर्ज है इस बारे में अंतिम तौर पर कुछ भी तय नहीं हुआ है| माल्या ने कहा कि जब तक उन्हें किसी अदालत से दोषी नहीं ठहराया जाता तब तक वह बेगुनाह हैं |