TIL Desk लखनऊ:लखनऊ के आलमबाग इलाके में स्कूली बच्चो से भरे 3 ई-रिक्शे हादसे का शिकार हो गए। तेज़ रफ़्तार सामने से आ रही वैन की टक्कर के बाद सभी गाड़िया सड़क पर पलट गयी जिसके बाद 12 से ज़्यादा स्कूली बच्चे और वैन में सवार चालक समेत दो लोग घायल है। .. हादसे के दौरान वहां मौजूद रेलवे पुलिस और आसपास के लोगों ने घायल व खून से लथपथ छोटे-छोटे स्कूली बच्चो को पास के ही अस्पताल में भर्ती करा अभिभावकों को सूचित कर पुलिस को घटना की जानकारी दी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आलमबाग के टेढ़ीपुलिया स्तिथ CPH रेलवे कॉलोनी सेतु कर्मशाला मोड़ पर बुधवार सुबह करीब 8 बजे ई-रिक्शा से स्कूल जा रहे बच्चे हादसे का शिकार हो गए। …पुलिस के मुताबिक सामने आ रही तेज़ रफ़्तार वैन जिसका नंबर UP-32-MD 0873 जिसपर सामने के शीशे पर अधिवक्ता का लोगो लगा था जिसमे चालक समेत 2 लोग सवार थे | ई-रिक्शा और वैन की आमने-सामने भीषण टक्कर होने के बाद सभी गाड़िया रोड पर पलट गयी हादसे की आवाज़ और बच्चे चिल्लाने की ज़ोरदार आवाज़ के बाद पास में ही मौजूद रेलवे पुलिस और आसपास मौजूद लोगो ने खून से लथपथ घायल बच्चो को आनन-फानन में उठाया और पास के ही इंदौर अस्पताल में पहुंचकर भर्ती कराया। … घटना की सूचना मिलते ही बच्चो के अभिवावक और स्कूल से सम्बंधित लोग अस्पताल पहुंचे। ….. जानकारी के मुताबिक ये सभी बच्चे सीएमएस, एलपीएस और सेंट टैरिसा स्कूल के पढ़ने वाले है | उम्र बहुत ज़्यादा नहीं है लेकिन सभी बच्चे घायल होने के बाद खुद को संभालते भी दिखे।
घटना की सूचना पाकर बड़े अफसरों के फटकार के बाद मौके पर पुलिस पहुंची। अफसर भी घटनास्थल पहुंचे और हालातो के बारे में ज़ायज़ा लिया। और घटना के बारीकियों को समझने के बाद अस्पताल में जाकर छात्र-छात्रों का हाल जाना। पूर्वी जोन के एडिशनल डीसीपी पंकज सिंह ने बताया की आज सुबह हादसे में करीब 12 छात्र-छात्राये घायल हुए है। निजी वैन और 3 ई-रिक्शा सवार स्कूली बच्चो में आपस में भिड़ंत हुई है। पुलिस ने वैन को कब्ज़े में लेकर कार्यवाई शुरू कर दी है। 2 गंभीर रूप से चोटिल बच्चो को हाइयर अस्पताल में रेफर किया गया है। बाकि सभी का इलाज पास के ही इंदौर अस्पताल में चल रहा है |
वही स्थानीय और घटना के समय मौजूद लोग मंज़र देखकर घबरा गए। कई बच्चो के हाथ-पाँव फ्रैक्चर हो गए है तो कई लोगो के सिर व शरीर पर गंभीर चोटे आयी है। गनीमत है कि इस भीषण हादसे में सभी लोगो ने एकसाथ मिलकर बच्चो को अस्पताल पहुंचाया वरना बच्चो की जान पर बन सकती थी।
बाइट:: पंकज सिंह (ADCP पूर्वी, लखनऊ)