- महोत्सव की शाम भोजपुरी के नाम रही
TIL Desk लखनऊ:👉स्मृति उपवन बंग्ला बाजार में आयोजित माँ गायत्री जन सेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव में सोमवार शाम महोत्सव अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह व गुंजन वर्मा,रणवीर सिंह ,विनय दुबे एवम अधिवक्ता सूरज जैसवानी द्वारा सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
आज के कार्यक्रम का संयोजन भारती सिंह द्वारा किया गया। आज सांस्कृतिक संध्या में भोजपुरी सम्राट बालेश्वर के शिष्य संतोष सिंह व सहगायक ने जोरदार प्रस्तुति दी। आर्गन पर लालधर वर्मा, ढोलक पर मोनू शर्मा , पैड पर विशेष कुमार। गायिका आरोही साहनी ने अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा व नित्यांगना नेहा वर्मा, प्रियांशी वर्मा ने जोरदार तरीके से डांस प्रस्तुत किया।
दुश्मन मिले सवेरे लेकिन मतलबी यार ना मिले…..। जब दूसरे का सीता चौरईबा तो केहू श्रीराम हो होजाई…..तौहंके हिंदुस्तान महोत्सव घुमाईब गोरी झूला झूलाइब गोरी ना…अपनी खनकती आवाज से संतोष सिंह भोजपुरी गीत सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया। रेलिया बैरन पिया को लिए जाए….. छोटे से नन्हे से हमका मिला रे बालम …. नेहा वर्मा व साथियों ने अवधी भोजपुरी पारंपरिक लोकगीतों पर नृत्य कर दर्शको को आकर्षित किया।
कार्यक्रम के अगले पंक्ति में भोजपुरी गीत कहे तोसे सजना की तोहरी सजनिया…. मंजू पाठक ने श्रोताओं की वाह वाही लूटी। इस अवसर पर महोत्सव समिति के मनोज सिंह चौहान,मोनालिसा, हेमू चौरसिया आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन प्रदीप शुक्ला एवम मनीष पंडित ने किया।