TIL Desk लखनऊ:बिजली निजीकरण को लेकर विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने की प्रेसवार्ता। बिजली के निजीकरण का प्रस्ताव निरस्त करने की मांग की।
प्रदेश के श्रम संघो, राज्य कर्मचारी संगठनों और शिक्षक संगठनों ने की मांग। शैलेन्द्र दुबे ने कहा आगरा और नोएडा में बिजली का निजीकरण विफल हो चुका है।
श्रम संघो ने कहा कि हम निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों के साथ है।
संगठनों ने राज्य सरकार को दी चेतावनी कहा- शांतिपूर्ण ढंग से संघर्षरत बिजली कर्मियों का उत्पीड़न न हो।
अन्यथा सरकार के खिलाफ सभी संगठन आंदोलन करने को विवश होंगे |