नई दिल्ली डेस्क/ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी(आप) पंजाब और गोवा में चुनाव लड़ने के बाद अब गुजरात पर नज़र गड़ाए हुए है। 2002 से भाजपा शासित इस राज्य में AAP ने सभी 182 सीटों पर दो महीने चलने वाला पॉलिटिकल कैंपेन ‘गुजरात आजादी आंदोलन’ शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य ठीक ना होने के बाद भी अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तीन घंटे तक मीटिंग की और गुजरात की तैयारियों का जायजा लिया।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक पंजाब और गोवा में हाई वोटिंग प्रतिशत को पार्टी अपने पक्ष में मान रही है। मीटिंग में इन दो राज्यों को लेकर बात हुई और कहा गया कि अगला टारगेट गुजरात है। पार्टी नेताओं के मुताबिक पंजाब और गोवा में पार्टी का बेहतर प्रदर्शन गुजरात में भी उनकी संभावनाएं बढ़ाएगा। सूत्रों के मुताबिक पार्टी जल्द ही पंजाब और गोवा में बूथ लेवल पर संगठन को मजबूत करने का जिम्मा देख रहे नेताओं को भी गुजरात भेजेगी। गुजरात में बूथ लेवल पर वैसे तो काफी काम हो गया है लेकिन अब चुनाव से पहले वहां बेहतर मैनेजमेंट की जरूरत है। गुजरात में इसी साल के आखिर तक विधानसभा चुनाव होने हैं।
सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में मनीष सिसौदिया, संजय सिंह, गोपाल राय, दिलीप पांडे, कुमार विश्वास, आशीष तलवार और पंकज गुप्ता समेत अन्य कई नेता मौजूद रहे। गुजरात का जिम्मा भले ही गोपाल राय को दिया गया है लेकिन सभी नेताओं की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है। सूत्रों का कहना है कि कुमार विश्वास भी ज्यादा वक्त गुजरात में देंगे और अरविंद केजरीवाल खुद तबियत ठीक होने के बाद गुजरात दौरा शुरू कर देंगे।