TIL Desk लखनऊ:विधानसभा कार्यवाही में हिंदी अवधी भोजपुरी को सदन का हिस्सा बनाकर सदस्यों को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा समझाने के क्रम में माता प्रसाद पांडेय द्वारा अंग्रेज़ी को सदन की कार्यवाही में शामिल करने पर आपत्ति के क्रम में….|
CM योगी का बयान.. हमारी सरकार में विभिन्न बोलियों ब्रज,भोजपुरी, अवधी, बुंदेलखंडी को सम्मान मिल रहा है,हमारी सरकार अलग अलग एकेडमी का गठन भी हो रहा है,यह सभी हिंदी की उपभाषा हैं,यानी हिंदी की बेटियां हैं…|
यह सदन विशुद्ध साहित्यिक और व्याकरण के विद्वानो का नही हैं,इस सदन में अलग अलग समाज से सदस्य यहां विभिन्न तबके से आये हैं,अंतिम पायदान के व्यक्ति की आवाज़ को सदन में मुखरता मिले, इसके लिए अगर व हिंदी में असमर्थ है तो अवधी,बुंदेलखंडी,भोजपुरी जिसमे समर्थ हो बोल सकता है….|
समाजवादियों का यही दोहरा चरित्र है,अपने बच्चों को इंग्लिश पब्लिक स्कूल में भेजेंगे,दूसरे के बच्चों को गांव के विद्यालय में पढ़ने को कहेंगे, यानी जाकी रही भावना जैसी…| इसीलिए आपने कल अवधी भोजपुरी बुंदेली भाषा का विरोध किया..|
हम अभिनन्दन करते है कि इन बोलियों को सम्मान मिले, इसके लिये हमने अकादमियों का गठन किया | आज दुनिया मे भारत के प्रवासी जो मॉरीशस फिजी में रह रहें है यही अवधी भाषाई लोग हैं..।
आप हर अच्छे कार्य का विरोध करते हैं,हम इसकी निंदा करते है, हमारी सरकार इन बोलियों को सदन की प्रोसिडिंग में होना चाहिए…| अपने बच्चों को अंग्रेजी मध्यम में पढ़ाएंगे,और दूसरे को कहेंगे उर्दू पढ़ाओ, कठमुल्ला,मौलवी बनाना चाहते हैं,यह नही चलेगा… |