अगर आप iPhone यूजर हैं और ऐप्स डाउनलोड करने के लिए App Store का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए एक अहम खबर है। टेक दिग्गज Apple ने हाल ही में अपने प्लेटफॉर्म से लगभग 1.35 लाख ऐप्स हटा दिए हैं। यह कदम App Store में ट्रांसपेरेंसी बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
क्यों हटाए गए इतने ऐप्स?
Apple ने ऐप डेवलपर्स को 17 फरवरी तक का समय दिया था ताकि वे अपने ट्रेडर इंफॉर्मेशन को अपडेट कर सकें। हालांकि, लाखों ऐप्स इस नियम का पालन नहीं कर पाए, जिसके चलते यूरोपीय यूनियन (EU) के नियमों के तहत Apple ने इन ऐप्स को हटा दिया।
EU के नए नियम क्या हैं?
यूरोपीय यूनियन के नए डिजिटल सर्विसेज एक्ट (DSA) के तहत, ऐप डेवलपर्स को अपने व्यापार की जानकारी सार्वजनिक करनी होगी। यानी, अगर किसी डेवलपर को अपना ऐप App Store पर रखना है, तो उसे अपना पता (Address), ईमेल आईडी और फोन नंबर जैसी जरूरी जानकारी देनी होगी। जो डेवलपर्स यह जानकारी नहीं देंगे, उनके ऐप्स को हटा दिया जाएगा।
कब लागू हुआ नया नियम?
DSA को 2023 में अस्थायी रूप से लागू किया गया था, लेकिन 17 फरवरी 2025 से यह पूरी तरह प्रभावी हो गया। इसी वजह से ऐप डेवलपर्स को 17 फरवरी तक अपनी जानकारी अपडेट करने का समय दिया गया था।
कब तक रहेंगे ये ऐप्स बैन?
Apple ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक डेवलपर्स अपनी आवश्यक जानकारी अपडेट नहीं करेंगे, तब तक उनके ऐप्स बैन रहेंगे। यह App Store में Apple द्वारा अब तक की गई सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
सरकार ने सिम कार्ड रजिस्ट्रेशन पर भी जारी किया नया आदेश
इस बीच, सरकार ने घोषणा की है कि हर मोबाइल कंपनी को उन सभी व्यक्तियों को रजिस्टर करना होगा, जो ग्राहकों को सिम कार्ड बेचते हैं। यह नियम पहले से मौजूद था, लेकिन अब कंपनियों को इसे लागू करने के लिए 31 मार्च 2025 तक का समय दिया गया है। इस नए अपडेट का उद्देश्य साइबर धोखाधड़ी रोकने के लिए सिम कार्ड जारी करने के नियमों को सख्त बनाना है। इसके अलावा, सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी, जिनके नाम पर एक निश्चित संख्या से अधिक सिम कार्ड रजिस्टर किए गए हैं।
क्यों होती है कार्रवाई-
कंपनी पॉलिसी ब्रेक करने या किसी भी देश का कानून ब्रेक करने के बाद सरकार को इजाजत होती है कि वह ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी ऐप की तरफ से ऐसी कार्रवाई की गई है। गूगल की तरफ से भी प्ले स्टोर से बहुत सारी ऐप्स को डिलीट किया गया था। जबकि इससे पहले भी ऐपल की तरफ से ऐप स्टोर्स से ऐप्स डिलीट की जा चुकी हैं।