नई दिल्ली
टीम इंडिया के पूर्व महान क्रिकेटर और मौजूदा क्रिकेट कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने उन सभी पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेट एक्सपर्ट्स की आलोचना की है, जिन्होंने ये दलील दी थी कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम इंडिया को दुबई में खेलने का फायदा मिल रहा है। सुनील गावस्कर ने एक तरह से नासिर हुसैन, माइकल एथरटन और अन्य मौजूदा और पूर्व क्रिकेटरों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जो एक्सपर्ट भारत के बारे में ‘शिकायत’ करते रहते हैं, उन्हें टूर्नामेंट में अपने देशों की प्रगति पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा है कि भारतीय क्रिकेट से ही उन्हें सैलरी भी मिल रही है।
स्काई स्पोर्ट्स पॉडकास्ट पर बात करते हुए नासिर हुसैन और एथरटन ने कहा था कि इस परिदृश्य में भारत के पास ‘अविश्वसनीय रूप से होम एडवांटेज’ है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खेल रहे दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज रासी वैन डेर डुसेन ने भी कुछ ऐसा ही बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत को अन्य सात टीमों की तरह ट्रेवल करने या होटल बदलने की जरूरत नहीं पड़ी। इस तरह उन्होंने माना था कि रोहित शर्मा एंड कंपनी को इसका फायदा मिला। इस पर अब सुनील गावस्कर ने कमेंट किया है और कहा है कि इस पर टिप्पणी करना भी उचित नहीं है।
सुनील गावस्कर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "इस पर टिप्पणी करना भी उचित नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा है कि यह कोई फायदा नहीं हो सकता, क्योंकि पिचें भारत के कंट्रोल में नहीं हैं और मैचों के दौरान यात्रा आम बात है। उन्होंने कहा, "ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। वे हमेशा रोते रहते हैं। वे समझ ही नहीं पाते कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत कहां खड़ा है – क्वॉलिटी, इनकम, टैलेंट और सबसे महत्वपूर्ण बात रेवेन्यू पैदा करने के मामले में। वैश्विक क्रिकेट में भारत का योगदान – टेलीविजन राइट्स और मीडिया राइट्स के माध्यम से – एक बड़ी भूमिका निभाता है। उन्हें यह समझने की जरूरत है कि उनका वेतन भी उसी से आता है, जो भारत क्रिकेट की दुनिया में लाता है।"
टीम इंडिया ने बांग्लादेश और पाकिस्तान को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है। हालांकि, एक मैच अभी लीग फेज का बाकी है। इंग्लैंड की टीम दो मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई है। ऐसे में गावस्कर ने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों को घेरा है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ये सभी बुद्धिमान और अनुभवी लोग हैं। आप वास्तव में यह क्यों नहीं देखते कि आपकी टीम ने क्वॉलिफाई क्यों नहीं किया? लगातार भारत पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, क्या आप अपने आप पर भी ध्यान दे रहे हैं?"
उन्होंने आगे कहा, "आपके खिलाड़ी इतनी नाजुक मानसिक स्थिति में हैं- उनको परिणामों की परवाह नहीं है। आपको नतीजों की परवाह करनी चाहिए। आपको अपने देश की परवाह करनी चाहिए, चाहे आप जिस भी टीम के लिए खेलें। अगर आप अपने देश के लिए खेल रहे हैं, तो जिम्मेदारी और भी बड़ी है। हर समय, वे विलाप करते रहते हैं – 'भारत ने यह हासिल किया है, भारत ने वह हासिल किया है।' यह लगातार होता रहता है। हमें बस इसे अनदेखा करना चाहिए। उन्हें विलाप करते रहने दें। हमारे पास ध्यान केंद्रित करने के लिए बेहतर चीजें हैं। आपको इस तरह का रवैया अपनाना चाहिए।"