यूपी डेस्क/ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आगामी 19 फरवरी को होने वाले तीसरे चरण के चुनाव के लिये 12 जिलों की 69 सीटों पर प्रचार का शोर कल शाम थम जाएगा। तीसरे चरण में फर्रखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर, उन्नाव, लखनउ, बाराबंकी और सीतापुर जिले की 69 सीटों पर 19 फरवरी को वोट पड़ेंगे। वर्ष 2012 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने इन 69 में से 55 सीटें जीती थीं। वहीं बसपा को छह और भाजपा को पांच सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में दो सीटें और एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी को हासिल हुई थी।
चुनाव प्रचार के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ‘काम बोलता है’ के नारे पर प्रहार करते हुए कहा कि अखिलेश का काम नहीं, बल्कि ‘कारनामे’ बोलते हैं। इसके जवाब में अखिलेश ने सवाल किया कि मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव में जिन ‘अच्छे दिनों’ की बात कही थी, वे करीब तीन साल गुजरने के बाद भी अब तक क्यों नहीं आये।
अखिलेश ने मुस्लिम मतदाताओं को बसपा से आगाह करते हुए कहा कि इस पार्टी की मुखिया मायावती पर भरोसा नहीं किया जा सकता, वह मौका मिलने पर एक बार फिर भाजपा से हाथ मिला लेंगी। हालांकि मायावती ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि बसपा विपक्ष में बैठना पसंद करेगी मगर सरकार बनाने के लिये ना तो किसी को समर्थन देगी और ना ही लेगी। पहले दो चरणों में प्रचार नहीं करने वाले सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने तीसरे चरण में इटावा की जसवंतनगर सीट से पार्टी उम्मीदवार अपने भाई शिवपाल यादव तथा लखनऊ छावनी सीट से सपा प्रत्याशी अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव के पक्ष में चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया।