धनबाद
मार्च के साथ ही धनबाद में गर्मी की भी इंट्री हो गई है। मौसम ने करवट ले ली है। हर साल गर्मी में सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की होती है। आपके अपने लोकप्रिय अखबार हिन्दुस्तान ने जिले में पानी संकट को लेकर अभियान चलाया था। 01 मार्च के अंक में ही हिन्दुस्तान ने बताया था कि गर्मी से पहले ही शहर में 11 सौ चापानल खराब हो गए हैं। इससे लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। हिन्दुस्तान की खबर पर संज्ञान लेते हुए नगर निगम ने इस बार पहले से ही पानी संकट से निपटने की वैकल्पिक योजना तैयार कर ली है। जिन क्षेत्रों में पानी की समस्या होगी, वहां टैंकर से जलापूर्ति की जाएगी।
कहां-कहां ज्यादा दिक्कत?
नगर निगम ने 28 पानी टैंकर को जलापूर्ति के लिए तैयार कर लिया है। कुछ टैंकर में हल्की खराबी है, उसकी भी मरम्मत कराई जा रही है। गर्मी में कतरास, छाताटांड़ और झरिया अंचल में सबसे अधिक पानी की समस्या सामने आती है। इन इलाकों में टैंकर से पानी की आपूर्ति नगर निगम करता है। गर्मी को लेकर जल्द ही निगम कॉल सेंटर भी शुरू करने की तैयारी कर रहा है, जहां पानी से जुड़ी शिकायतों को दर्ज कराया जा सकता है। जहां भी पानी संकट की शिकायत आएगी, नगर निगम टैंकर से पानी उपलब्ध कराएगा।
सात जगहों पर रीफिलिंग सेंटर तैयार किया
नगर निगम की जलापूर्ति शाखा ने गर्मी में टैंकरों को पानी भरने के लिए सात जगहों पर रीफिलिंग स्टेशन तैयार किया है, जहां से टैंकरों में पानी भरकर उसे पानी संकट वाले इलाके में भेजा जाएगा। निगम की ओर से मेमको मोड़ इएसआर, हीरापुर पानी टंकी, सर्किट हाउस, हीरापुर कांपेक्टर स्टेशन, आरएसपी झरिया, निगम कार्यालय सिंदरी, श्यामडीह कतरास, झमाडा संप पुटकी को सेंटर बनाया गया है।