नई दिल्ली
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की हार के करीब एक महीने बाद अरविंद केजरीवाल 'मन की शांति' की तलाश में विपश्यना के लिए पंजाब पहुंचे हैं। वह अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ पंजाब के होशियारपुर पहुंचे। वह होशियारपुर से लगभग 11 किलोमीटर दूर आनंदगढ़ गांव में स्थित धम्म धजा विपश्यना केंद्र में 10 दिन तक रहेंगे। इस बीच अरविंद केजरीवाल के काफिले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
कभी वीआईपी कल्चर की खिलाफत करने वाले अरविंद केजरीवाल जब पंजाब पहुंचे तो उनके आगे पीछे गाड़ियों का लंबा काफिला दिखा। लाल-नीली बत्तियों वाली कई गाड़ियां आगे पीछे थीं। पूर्व मुख्यमंत्री के इस काफिले के वीडियो के साथ के साथ लोग तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। 'आप' की बागी राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने भी वीडियो शेयर करते हुए केजरीवाल पर तंज कसा और कहा कि उनका काफिला ट्रंप से भी बड़ा है।
स्वाति मालीवाल ने एक्स पर लिखा, 'जिस पंजाब की जनता ने इतना प्यार दिया उससे इतना डर लगता है केजरीवाल जी को? सारी दुनिया को वीआईपी कल्चर पर टोकने वाले केजरीवाल जी आज खुद डोनाल्ड ट्रंप से भी बड़ा सुरक्षा घेरा लेकर घूम रहे हैं। गजब ही है… कैसे पंजाब जैसे महान सूबे को सबने अपने ऐश आराम के साधन निकालने का जरिया बना लिया है।' गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को जेड कैटिगरी की सुरक्षा प्राप्त है।
भाजपा ने भी साधा निशाना
केजरीवाल के काफिले को लेकर भाजपा नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी तंज कसा। सिरसा ने कहा, 'कल अरविंद केजरीवाल विपश्यना के लिए पंजाब पहुंच गए। नजारा देखने वाला था। 50 से ज्यादा गाड़ियों का काफिला था। 2-2 करोड़ की गाड़ियां थीं। 100 से ज्यादा पुलिस कमांडो चल रहे थे। एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां थीं। और ये शांति लेने गए थे, कैसी शांति है जिसके लिए पंजाब के लोगों के खजाने से लाखों रुपया उड़ाया जा रहा है। कैसी शांति है जिसके लिए सारे होशियारपुर को जगाया जा रहा है। ये कैसी शांति है जिसके लिए 100 कमांडो सुरक्षा में निकले हैं। केजरीवाल वह मसीहा हैं जो वैगनार में निकले थे और जैसे ही सत्ता मिली अपना असली रंग दिखाया। अब विपश्यना के लिए भी उनको 100 कमांडो चाहिए। 50 गाड़ियों का काफिला चाहिए।'
केजरीवाल विपश्यना सत्र में पहले भी शामिल होते रहे हैं। इससे पहले वह जयपुर, नागपुर, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के पास धर्मकोट और बेंगलुरु सहित कई स्थानों पर जा चुके हैं। यह दूसरी बार है जब केजरीवाल विपश्यना सत्र के लिए आनंदगढ़ आए हैं। इससे पहले उन्होंने दिसंबर 2023 में 10 दिवसीय सत्र में भाग लिया था।