भोपाल
आज रेलवे बोर्ड द्वारा एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें निर्णय लिया गया कि सभी विभागीय पदोन्नति परीक्षाएं अब रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) या केंद्रीयकृत परीक्षा प्रणाली के माध्यम से कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) द्वारा आयोजित की जाएंगी।
परीक्षा कैलेंडर की व्यवस्था
सभी ज़ोनल रेलों को एक वार्षिक परीक्षा कैलेंडर तैयार करने का निर्देश दिया गया है। परीक्षाएं केवल इस कैलेंडर के अनुसार आयोजित की जाएंगी, जिससे प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुव्यवस्थित हो सके।
RRB की निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा प्रणाली
यह निर्णय हाल के वर्षों में RRB द्वारा आयोजित परीक्षाओं की निष्पक्षता, पारदर्शिता और प्रशंसनीय संचालन के अनुभव के आधार पर लिया गया है। 2015 से अब तक, RRB ने 7 करोड़ से अधिक उम्मीदवारों की परीक्षाएं कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) के माध्यम से आयोजित की हैं, जिनमें पेपर लीक, प्रॉक्सी कैंडिडेट, रिमोट लॉग-इन और स्पाई डिवाइस जैसी किसी भी गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं मिली है।
पारदर्शी परीक्षा संचालन की प्रमुख विशेषताएँ
1. परीक्षा एजेंसी का चयन
ओपन टेंडर प्रक्रिया
गुणवत्ता व लागत आधारित चयन प्रक्रिया (QCBS)
ISO प्रमाणन, वित्तीय स्थिरता, CERT-IN एवं CMMI प्रमाणन
न्यूनतम पात्रता मानदंड: परीक्षा केंद्रों की संख्या एवं पूर्व अनुभव
2. परीक्षा केंद्रों का ऑडिट
रेलवे टीम द्वारा परीक्षा केंद्र का गहन निरीक्षण
प्रत्येक केंद्र पर सुविधाओं की जाँच हेतु चेकलिस्ट
परीक्षा केंद्र के बाहर शौचालय की अनुमति नहीं
100% CCTV कवरेज – रिकॉर्डिंग परीक्षा से 2 घंटे पूर्व और परीक्षा के 1 घंटे बाद तक
IP आधारित CCTV निगरानी – उच्च गुणवत्ता एवं निर्बाध कनेक्शन सुनिश्चित करना
केवल व्यावसायिक और रिहायशी क्षेत्रों से दूर स्थित न्यूनतम 250 सीटों की क्षमता वाले केंद्रों का चयन
3. तकनीकी बुनियादी ढांचा
सर्वर : न्यूनतम 1.5 GHz CPU, 4GB RAM, स्क्रीन रिज़ॉल्यूशन 1024×768
नोड्स : न्यूनतम 2GB RAM, USB, प्रॉक्सी और इंटरनेट निष्क्रिय
कुंजीबोर्ड लॉगिन के बाद निष्क्रिय
सभी माउस और की-बोर्ड क्लिक का टाइम-स्टैम्प के साथ रिकॉर्डिंग
4. परीक्षा प्रक्रिया की गोपनीयता और सुरक्षा
परीक्षा शहर की जानकारी परीक्षा तिथि से 10 दिन पूर्व उपलब्ध कराई जाती है
परीक्षा केंद्र की जानकारी परीक्षा से केवल 4 दिन पूर्व साझा की जाती है
परीक्षा केंद्र का आवंटन कंप्यूटराइज्ड रैंडम जनरेशन द्वारा किया जाता है
परीक्षा केंद्र के भीतर लैब और नोड्स का भी स्वचालित और रैंडम आवंटन
परीक्षा से 2 घंटे पूर्व तक ही केंद्र संचालकों एवं परीक्षा दल को अभ्यर्थियों की जानकारी दी जाती है
5. कड़ी निगरानी व्यवस्था
प्रवेश द्वार पर हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर से जांच
बायोमेट्रिक उपस्थिति (फिंगरप्रिंट और डिजिटल) प्रवेश से पहले, परीक्षा के मध्य एवं प्रत्येक बायो ब्रेक के बाद अनिवार्य
सभी परीक्षाओं के विभिन्न चरणों एवं दस्तावेज़ सत्यापन के दौरान यह प्रक्रिया दोहराई जाती है
आधार आधारित प्रमाणीकरण
N:N तुलनात्मक विश्लेषण द्वारा परीक्षाओं के विभिन्न शिफ्ट और आयोजनों में सॉल्वर गैंग की पहचान
6. सुरक्षित प्रश्न पत्र और उत्तर कुंजी
प्रश्न पत्र 256-बिट एन्क्रिप्शन के साथ पूरी तरह सुरक्षित
अंतिम समय पर ही प्रश्न पत्र डिक्रिप्ट किया जाता है, जब उम्मीदवार लॉग इन करता है
प्रत्येक अभ्यर्थी को प्रश्नों का क्रम और उत्तर विकल्प अलग और रैंडमाइज़ प्राप्त होते हैं
उम्मीदवार की सभी गतिविधियों की लॉग रिपोर्टिंग
7. तीन स्तर की निगरानी प्रणाली
ECA टीम की निगरानी
रेलवे अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों द्वारा निगरानी
रेलवे सतर्कता टीम द्वारा औचक निरीक्षण
पहले और दूसरे निगरानी दलों को लैब्स और केंद्रों के बीच नियमित रूप से बदला जाता है
8. अभ्यर्थियों की पहचान और दस्तावेज़ सत्यापन
आवेदन पत्र पर QR कोड द्वारा फर्जी आवेदन की पहचान
प्रवेश पत्र (Admit Card) पर बारकोड जिससे अभ्यर्थी की वास्तविकता सुनिश्चित हो
परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को उनके प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिका और सही उत्तर कुंजी दिखाई जाती है
अभ्यर्थियों को किसी भी प्रश्न या उत्तर कुंजी की सत्यता को चुनौती देने का अवसर प्रदान किया जाता है
इस नई प्रणाली से रेलवे की भर्ती प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष एवं पूर्णतः सुरक्षित होगी। रेलवे बोर्ड का यह निर्णय रेलवे भर्ती प्रक्रिया में एक नए मानक की स्थापना करेगा।