दुबई
भारत और न्यूजीलैंड के बीच 9 मार्च को चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेला जाएगा. मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया तो न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका को सेमीफाइनल मैच में शिकस्त देकर खिताबी जंग के लिए क्वालीफाई किया. 25 साल बाद इस टूर्नामेंट के फाइनल में ये दोनों टीमें आमने-सामने हैं. स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली 9 मार्च को अपने लिए एक ऐतिहासिक दिन बना सकते हैं. वह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड को नाम करने से कुछ रन दूर हैं.
इतिहास रचने की दहलीज पर विराट
दरअसल, विराट कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में चैंपियंस ट्रॉफी इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन सकते हैं. उन्हें इसके लिए सिर्फ 46 रनों की जरूरत है. इतने रन बनाते ही वह क्रिस गेल का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, जो 791 रनों के साथ इस टूर्नामेंट इतिहास के टॉप रन स्कोरर बने हुए हैं. विराट ने अब तक 17 मैचों में 746 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं.
चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 5 बल्लेबाज
क्रिस गेल – 791 रन
विराट कोहली – 746 रन
महेला जयवर्धने – 742 रन
शिखर धवन – 701
कुमार संगाकारा – 683 रन
ऐसा करने वाले पहले बल्लेबज बन सकते हैं
विराट न सिर्फ क्रिस गेल का रिकॉर्ड तोड़ चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन सकते हैं, बल्कि उनके पास इस टूर्नामेंट में सबसे पहले 800 रन पूरे करने का मौका भी है. दुनिया का कोई भी बल्लेबाज इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाया है. विराट कोहली पाकिस्तान (नाबाद 100 रन) और ऑस्ट्रेलिया (84 रन) के खिलाफ शानदार लय में नजर आए हैं. उम्मीद है फाइनल में भी उनका यही अंदाज देखने को मिलेगा.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल की बड़ी उपलब्धि
36 साल के कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की. उन्होंने वनडे में रन-चेज में 8000 रन का आंकड़ा पार कर लिया. उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए 159 पारियां लीं, जिससे 50 ओवर फॉर्मेट में लक्ष्य का पीछा करते हुए इतने रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने गए. लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में सचिन तेंदुलकर पहले स्थान पर हैं. मास्टर ब्लास्टर ने 232 पारियों में 8720 रन बनाए हैं. रोहित शर्मा 6115 रनों के साथ इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं. कोहली रन-चेज के दौरान सबसे तेज 8000 रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने तेंदुलकर को इस मामले में पीछे छोड़ दिया.