विदिशा
राजकीय रेलवे पुलिस ने पातालकोट एक्सप्रेस से पंजाब जा रहे 18 यात्रियों को जबरन उतार लिया। इन यात्रियों की अगुवाई 40 वर्षीय सहजनाथ कर रहा था। यह कार्रवाई मतांतरण के संदेह में की गई है। इस बारे में बजरंग दल ने पुलिस से शिकायत की थी। बताया जा रहा है कि मंगलवार को छिंदवाड़ा से पंजाब जा रही पातालकोट एक्सप्रेस से छिंदवाड़ा के ही 18 लोग फिरोजपुर जा रहे थे। उन्हें वहां चर्च की प्रार्थना सभा में शामिल होना था। बजरंग दल के पदाधिकारियों ने यात्रियों की अगुवाई कर रहे सहजनाथ की तस्वीर के साथ मतांतरण की शिकायत की थी।
सूचना मिलते ही एसडीएम पहुंचे
इस पर कार्रवाई करते हुए जीआरपी ने गंजबसौदा में एस-3 और एस-4 कोच से सहजनाथ सहित 11 यात्रियों को उतार लिया। शेष सात लोगों को बीना स्टेशन पर उतारा गया। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम विजय राय और एसडीओपी मनोज मिश्रा मौके पर पहुंचे।
बजरंग दल की सूचना पर रोका गया
जीआरपी एसआई बलवंत सिंह ने बताया कि बजरंग दल से जुड़े लालसिंह खटीक की सूचना पर इन यात्रियों को रोका गया। इनके सामान की तलाशी में ईसाई धर्म से जुड़ा साहित्य मिला है। उतारे गए लोगों ने बताया कि वे चर्च घूमने जा रहे थे और पूर्व में भी कई बार वहां गए हैं। सहजनाथ ने बताया कि वह इन 18 लोगों को चर्च की प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए ले जा रहा था।