बैतूल
बैतूल के सदर क्षेत्र में स्थित बैतूल आइल मिल में बड़ा हादसा हो गया। पूर्व कांग्रेस विधायक निलय डागा और उनके परिवार के स्वामित्व वाली मिल के वाटर ट्रीटमेंट टैंक में गिरने से दो कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद हड़कंप मच गया और फैक्ट्री प्रबंधन ने तत्काल पुलिस और परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शवों को टैंक से बाहर निकाला और जिला अस्पताल भेज दिया।
हादसे में जान गंवाने वाले कर्मचारियों की पहचान कैलाश पानकर (53 वर्ष), निवासी कंपनी गार्डन, बैतूल और दयाराम नरवरे (56 वर्ष), निवासी रामनगर गंज, बैतूल के रूप में हुई है। दोनों ही मिल में मशीन ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत थे। बैतूल आइल मिल के मैनेजर अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि टैंक की सफाई हर दो महीने में एक बार की जाती है। शनिवार रात की शिफ्ट (शाम 4 बजे से रात 12 बजे) के दौरान कैलाश पानकर और दयाराम नरवरे सफाई के लिए टैंक में उतरे थे। जब रात 12 बजे उनकी ड्यूटी समाप्त हुई और दूसरी शिफ्ट के कर्मचारी पहुंचे, तो उन्होंने दोनों को टैंक के अंदर पड़ा पाया। तुरंत फैक्ट्री प्रबंधन को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंचे।
50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही मृतकों के स्वजन और स्थानीय लोग अस्पताल पहुंच गए। गुस्साए स्वजन ने 50 लाख रुपये मुआवजे और अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर अस्पताल के सामने चक्काजाम कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मिल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है।
अस्पताल में तनावपूर्ण माहौल
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस, प्रशासन और मिल प्रबंधन के अधिकारी लगातार स्वजन से बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान अस्पताल में तनावपूर्ण माहौल बना है। स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया और अपनी मांगों को पूरा करने की शर्त रखी।
हादसे के कारणों की जांच जारी
एसडीओपी शालिनी परस्ते ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। टैंक में उतरने के दौरान सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था या नहीं, यह भी जांच का विषय है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और मिल प्रबंधन से भी पूछताछ की जा रही है।