सोनीपत
हरियाणा राज्य महिला आयोग ने अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को नोटिस जारी किया है और बुधवार को पेशी के बुलाया है। एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद का कहना था कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद महिला अफसरों को आगे करना एक दिखावा है और नैरेटिव खड़ा करने की कोशिश है। उनकी इस टिप्पणी का राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है और इसे आपत्तिजनक माना है। आयोग का कहना है कि महमूदाबाद की टिप्पणी बहादुर महिला अधिकारियों को कमतर आंकने वाली है। इसके अलावा सांप्रदायिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचाने वाली है। बता दें कि विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मीडिया को संबोधित किया था और ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी थी।
इसी पर टिप्पणी करते हुए अली खान महमूदाबाद ने सोशल मीडिया पर लगातार कई टिप्पणियां की थीं। इन टिप्पणियों को आयोग ने गलत माना है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दरअसल ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूरी जानकारी सेना की तरफ से कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ही दी थी। बीते सप्ताह वह कई बार मीडिया के सामने आई थीं। इसे ऐसे देखा गया था कि सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकवादियों को महिलाओं अधिकारियों के जरिए ही सेना ने जवाब दिलाया है। दोनों महिला अधिकारियों की सराहना भी हुई, लेकिन अली खान महमूदाबाद की टिप्पणी आपत्तिजनक थी। कई लोगों ने इस पर आपत्ति जाहिर भी की थी। सोशल मीडिया पर भी लोग उन्हें जवाब दे रहे थे।
कौन हैं अली खान महमूदाबाद
अली खान महमूदाबाद ने इतिहास की पढ़ाई की है और वह एक राजनीतिक टिप्पणीकार एवं स्तंभकार भी हैं। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी और एमफिल की डिग्री कर चुके हैं। इसके अलावा हिस्ट्री में ग्रेजुएशन कर चुके हैं। वहीं पॉलिटिकल साइंस की भी पढ़ाई की है। महमूदाबाद ने यूनिवर्सिटी ऑफ दमिश्क से अरबी की भी पढ़ाई की है। महमूदाबाद ने फेसबुक पर एक टिप्पणी की थी, जिसमें सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह को पीसी में भेजने को एक नैरेटिव सेट करने की कोशिश बताया था। इसके अलावा इस पूरे प्रयास को ढोंग करार दिया था। इसे महिला आयोग ने गलत माना था और फिर नोटिस जारी किया।
नोटिस जारी हुआ तो उसे भी सोशल मीडिया पर किया अपलोड
यह विवाद यहीं नहीं थमा। महमूदाबाद ने महिला आयोग का नोटिस भी सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया और लिखा कि मुझे खुशी है कि राइट विंग के लोग कर्नल सोफिया कुरैशी की तारीफ कर रहे हैं। लेकिन ये लोग ऐसी डिमांड भी कर सकते हैं कि मॉब लिंचिंग के पीड़ितों को न्याय मिले। इसके अलावा मनमाने बुलडोजर ऐक्शन का भी विरोध किया जाए। इन लोगों को भाजपा सरकार के नफरती एजेंडे का शिकार होना पड़ रहा है।