भोपाल
भारत की परम्परा में विविधता है, जो विश्व में अन्य कहीं नहीं है। हमारे यहां हर क्षेत्र में व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। फैशन डिजाइन से लेकर हर क्षेत्र में कार्य हो रहे हैं। देश में विविधता हजारों वर्षों से विद्यमान है। इस परम्परागत विरासत को संजोने की आवश्यकता के लिए देश के हर राज्य में, समाज जीवन में विद्यमान परम्पराओं पर युगानुकुल परिप्रेक्ष्य में वर्तमान परिदृश्य के अनुरूप शोध एवं अनुसंधान करने की आवश्यकता है। यह बात उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री श्री इन्दर सिंह परमार ने शुक्रवार को भोपाल के होटल कोर्टयार्ड बाय मैरियट में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) भोपाल के "ग्रेजुएशन शो – 2025" कार्यक्रम में सहभागिता कर कही।
मंत्री श्री परमार ने कहा कि हमारे विद्यार्थियों में उत्कृष्ट प्रतिभा है। संस्थान द्वारा रोजगार सृजन के साथ साथ, सांस्कृतिक विरासत पर कार्य करना प्रेरक है। भारतीय ज्ञान परम्परा को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर वैश्विक बाजार में स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए इससे विश्वमंच पर भारतीय ज्ञान की पहचान पुनर्स्थापित होगी।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री परमार ने संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का अवलोकन कर उनसे संवाद किया और उनके प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी प्राप्त की। श्री परमार ने निफ़्ट संस्थान को अखिल भारतीय क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर बधाई देते हुए प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया।
निफ्ट भोपाल के निदेशक लेफ्टिनेंट कर्नल आशीष अग्रवाल ने कहा, “यह शो हमारे छात्रों के समर्पण, नवाचार और डिज़ाइन नेतृत्व का सजीव प्रमाण है। हम उद्योग के साथ मिलकर छात्रों को व्यावसायिक दुनिया के लिए तैयार करने में विश्वास रखते हैं।” यह आयोजन भारतीय डिज़ाइन शिक्षा के गुणवत्ता मानकों और वैश्विक रुझानों के प्रति निफ्ट भोपाल की प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करता है। ग्रेजुएशन शो – 2025 एक ऐसा मंच सिद्ध हुआ, जहाँ युवा डिज़ाइनर्स ने अपने विचारों को उद्योग और समाज के सामने आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) भोपाल के कैंपस अकादमिक समन्वयक श्री देव ज्योति गांगुली एवं प्राध्यापकगण, अधिकारी-कर्मचारी सहित विद्यार्थी उपस्थित थे।
सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध डिज़ाइन प्रोजेक्ट्स का हुआ प्रदर्शन
इस वर्ष के ग्रेजुएशन शो में फैशन मैनेजमेंट स्टडीज़ (FMS-32), टेक्सटाइल डिज़ाइन (TD-33) और फैशन एंड लाइफस्टाइल एक्सेसरीज़ (F&LA-27) विभागों के छात्रों द्वारा तैयार किए गए विभिन्न उद्योग-संगत और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध डिज़ाइन प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए गए।