नई दिल्ली
इंडोनेशिया के बाली हवाई अड्डे के पास माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी में हुए ज्वालामुखी विस्फोट के कारण एयर इंडिया की फ्लाइट AI2145 को बुधवार सुबह दिल्ली लौटना पड़ा। यह उड़ान दिल्ली से बाली के लिए रवाना हुई थी। लेकिन सुरक्षा कारणों से इसे वापस बुला लिया गया। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि यह निर्णय यात्रियों और चालक की सुरक्षा के लिए हुए लिया गया। फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतर गई। और सभी यात्रियों को विमान से सुरक्षित उतार लिया गया।
ज्वालामुखी विस्फोट का प्रभाव
मंगलवार शाम को पूर्वी नुसा तेंगारा प्रांत में स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी में विस्फोट हुआ। जिसके बाद राख का विशाल बादल 10,000 मीटर से अधिक ऊंचाई तक फैल गया। यह राख हवाई यात्रा के लिए खतरा बन सकती थी। इससे विमान के इंजन को खतरा था। इस घटना के कारण न केवल एयर इंडिया, बल्कि वर्जिन ऑस्ट्रेलिया, जेटस्टार, और सिंगापुर की टाइगरएयर जैसी कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द करना पड़ा या उनके रास्ते बदलने पड़े। नवंबर 2024 में इस ज्वालामुखी के विस्फोटों में 9 लोगों की मौत हो गई थी और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था।
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा "18 जून 2025 को फ्लाइट AI2145 को बाली के पास ज्वालामुखी विस्फोट की खबरों के कारण दिल्ली लौटने का निर्देश दिया गया। विमान सुरक्षित रूप से उतरा और सभी यात्री सुरक्षित हैं।" एयरलाइन ने प्रभावित यात्रियों के लिए होटल में ठहरने की व्यवस्था की है और मुफ्त उड़ान को दुबारा से उड़ान भरी जाएगी। साथ ही यात्रियों को हुई असुविधा के लिए एयर इंडिया ने खेद व्यक्त किया और कहा कि वे स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं।
बाली हवाई अड्डे पर उड़ान अभी भी प्रभावित है और विशेषज्ञों का कहना है कि ज्वालामुखी की गतिविधि अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है। एयर इंडिया और अन्य एयरलाइंस स्थिति सामान्य होने तक बाली के लिए उड़ानें सीमित रख सकती हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करते रहें।