लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव के दौरान जारी भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र के अनुरुप बड़े कदम का ऐलान करते हुए कहा कि आज से हर जिला मुख्यालय पर 24 घंटे, तहसील स्तर पर 20 घंटे और गांव में 18 घंटे बिजली दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नवंबर 2018 तक हम पूरे प्रदेश में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प हैं।
योगी ने अंबेडकर जयंती के मौके पर केंद्र और राज्य सरकार के बीच ‘पावर फॉर ऑल’ समझौते पर दस्तखत के दौरान कहा,‘लोकतंत्र में अगर कोई विशिष्ट और अति विशिष्ट है तो वह जनता जनार्दन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इसी सोच को ध्यान में रखकर हमने तय किया कि जितनी जल्दी हो, प्रदेश की जनता को बिजली देंगे।’
उन्होंने कहा,‘आज से कार्रवाई प्रारंभ हुई। हर जिला मुख्यालय पर 24 घंटे, तहसील स्तर पर 20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली दी जाएगी। नवंबर 2018 में हम पूरे प्रदेश में 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प हैं। हम कार्रवाई शुरु कर चुके हैं और ये अभियान निरंतर आगे बढेगा।’ बिजली चोरी ना हो, इसके लिए स्मार्ट मीटर लगाये जाएंगे। नोटबंदी के फैसले पर जिस तरह देश के गांव का व्यक्ति बोलता था कि परेशानी है लेकिन परिणाम अच्छे आने वाले हैं। यह इस देश के गरीबों की उच्च नैतिकता है। प्रदेश की जनता बिजली के मामले में भी उच्च नैतिकता का परिचय देगी। सरकार सुविधा दे रही है तो सरकार से अपना हक मांगें, लेकिन उसके लिए न्यूनतम दाम दे दें तो व्यवस्था अनवरत रुप से मिलेगी और लंबे समय तक चलेगी।’
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, राज्य के मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा, राज्य के उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और ऊर्जा राज्य मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में केंद्र और राज्य के बीच बिजली क्षेत्र के कई महत्वपूर्ण करार किये गये। उत्तर प्रदेश के सभी घरों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने के लिए ‘पावर टू आल’ हेतु केंद्र और राज्य सरकार के बीच मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर सहमति पत्र पर दस्तखत किए गए। शहरों की तरह उत्तर प्रदेश के सभी गांवों के बिजली उपभोक्ताओं को ‘डायल 1912’ के माध्यम से शिकायत निवारण सुविधा का विस्तार किया जा रहा है। कार्यक्रम में इसका ऐलान किया गया।