यूपी डेस्क/ प्रदेश भर में बिजली अभियन्ताओं के साथ हो रही मार-पीट व जानलेवा हमलों से आक्रोशित अभियन्ताओं ने निर्णायक संघर्ष करने का ऐलान करते हुए सोमवार को पूरे प्रदेश में क्षेत्रीय मुख्यालयों पर विरोध सभाओं का आयोजन किया | इस दौरान अभियन्ताओं ने स्थाई सुरक्षा और प्रभावी कदम उठाने की मांग की | ऐसा न होने पर राजस्व वसूली एवं चेकिंग अभियान बन्द करने की चेतावनी दी है | उन्होंने कहा कि ऐसा होने से प्रदेश को चौबीस घंटे पावर फॉर ऑल योजना पर ग्रहण लग सकता है | अभियन्ताओं ने कहा कि अराजक तत्वों और छुटभैये नेताओं द्वारा विभिन्न जगहों पर हमलों व झूठी एफआईआर आदि के बढ़ते प्रकरणों के बारे में ध्यानाकर्षण कराने के लिए ये विरोध सभायें आयोजित की गयी हैं |
पूरे प्रदेश में ओबरा, अनपरा, हरदुआगंज, पारीछा, पनकी ताप विद्युत गृहों के साथ-साथ गोरखपुर, आजमगढ़, बनारस, इलाहाबाद, फैजाबाद, गोण्डा, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद, मेरठ, आगरा, अलीगढ़ आदि शहरों के पारेषण/वितरण के क्षेत्रीय मुख्यालयों पर आयोजित की गईं, जिनमें सैकड़ों अभियन्ता शामिल हुए | लखनऊ में यह सभा शक्तिभवन पर हुई | इस संबंध में उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ के महासचिव राजीव सिंह और अध्यक्ष जीके मिश्रा ने कहा कि क्षेत्रों में मैन एवं मेटेरियल की भारी कमी के बावजूद सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रदेश की जनता को चौबीस घंटे बिजली देने के संकल्प को पूरा करने के लिए अभियन्ता पूरे मनोयोग से काम कर रहे हैं |
लेकिन सरकारी कार्य के दौरान राजस्व वसूली करने एवं बिजली चोरी रोकने/जांच आदि के दौरान क्षेत्रों में कुछ उपद्रवी, अराजक तत्वों तथा छुटभैये नेताओं द्वारा बिजली अधिकारियों एवं उनके स्टाफ के साथ धमकी, झगड़ा, गाली-गलौच, अभद्रता, मार-पीट, जानलेवा हमला आदि किए जा रहे हैं | इसी आक्रोश को व्यक्त करने के लिए पूरे प्रदेश में आज सोमवार को प्रबन्धन व सरकार के ध्यानाकर्षण एवं प्रभावी कदम उठाने हेतु विरोध-सभायें आयोजित की गईं | साथ ही मामले में प्रभावी कदम उठने तक अभियन्ता लम्बे व निर्णयक संघर्ष के लिए तैयार हैं जिसकी रणनीति बनायी जा रही है |