लखनऊ डेस्क/ केजीएमयू में 9 दिन के भीतर एक और महिला मरीज से दुष्कर्म का मामला सामने आने से सनसनी मच गई। इस बार प्लास्टिक सर्जरी विभाग में इलाज के भर्ती 22 वर्षीय महिला से बृहस्पतिवार को वहां के कैंटीन संचालक ने दुष्कर्म किया। युवती की मां ने जमकर हंगामा किया और चौक कोतवाली में केस दर्ज कराने पहुंची। हालांकि पुलिस ने उसका केस दर्ज नहीं किया।
वहीं, केजीएमयू प्रशासन ने आरोपी और युवती की शादी कराने का आश्वासन देकर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। साथ ही, प्लास्टिक सर्जरी भवन स्थित कैंटीन को बंद करा दिया गया है। इससे पहले 1 जून को एक मरीज की पत्नी से लिफ्टमैन और दो सिक्योरिटी गार्डों ने गैंगरेप किया था।
पीड़ित युवती अपने हाथ की कटी अंगुलियों का इलाज कराने प्लास्टिक सर्जरी विभाग आई थी। इसी दौरान कैंटीन संचालक उसे बहला-फुसलाकर रेप किया। बेटी को लापता देखकर उसकी मां कैंटीन पहुंची तो संचालक को बेटी के साथ जबरदस्ती करते हुए देख लिया। चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा का कहना है कि वह बृहस्पतिवार को इलाहाबाद परीक्षा लेने गए थे, उन्हें घटना की जानकारी नहीं है। उन्होंने कैंटीन को खाली कराकर सीज करने की बात स्वीकार की है।
वहीं, इस मामले पर केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. नरसिंह वर्मा का कहना है, ‘प्लास्टिक सर्जरी विभाग के भवन के बेसमेंट में एक लड़का और लड़की को बाथरूम में पकड़ा गया था। दोनों केपरिवारीजनों को बुलाकर उन्हें सौंप दिया गया है। कैंटीन अवैध तरीके से चल रही थी। उसे बंद करा दिया गया है।’