लखनऊ डेस्क/ 19 मार्च 2017 को बनी योगी सरकार ने मंगलवार को यूपी का अपना पहला बजट पेश कर दिया। कुल बजट 3.84 लाख करोड़ का है। इसमें 55 हजार 781 करोड़ रुपए की नई योजनाएं हैं। वहीं, योगी सरकार ने अखिलेश की टॉप 13 योजनाओं को बंद कर दिया है। इन योजनाओं पर योगी सरकार ने कोई भी बजट आवंटित नहीं किया है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने बताया, यह बजट दिशाहीन, दलित, किसान और व्यापारी विरोधी है। अखिलेश सरकार की योजनाएं बंद करके योगी सरकार ने साबित किया है कि वह विकास विरोधी है, क्योंकि ये योजनाएं प्रदेश के विकास और गरीबों के लिए थी।
1-समाजवादी किसान एवं सर्वहित बीमा योजना
-अखिलेश ने 897 करोड़ दिए थे।
2-यश भारती अवार्ड
-अखिलेश ने 25 अवार्ड पाने वालों को 11-11 लाख पेंशन देने का एलान किया था।
3-कृषक दुर्घटना बीमा योजना
-अखिलेश ने 240 करोड़ दिए थे।
4-भूमि सेना योजना
-अखिलेश ने 83 करोड़ रुपए दिए।
5-लोहिया ग्रामीण आवास योजना
-अखिलेश ने 1,779 करोड़ दिए।
6-इंदिरा आवास योजना
-अखिलेश ने 3162 करोड़ दिए थे।
7-आई स्पर्श योजना
-अखिलेश ने 300 करोड़ रूपए दिए थे।
8-डॉ. राम मनोहर लोहिया सामूहिक नलकूप योजना
-अखिलेश ने 7 करोड़ रुपए दिए।
9-फ्री लैपटॉप योजना
-अखिलेश ने 100 करोड़ दिए थे।
10-इनोवेशन सेल, इनोवेशन पुरस्कार और स्टेट इनोवेशन फंड योजना
-अखिलेश ने 10 करोड़ रुपए दिए थे।
11-समाजवादी पेंशन योजना
-अखिलेश ने 3327 करोड़ रुपए दिए।
12-कब्रिस्तान की चारदिवारी बनाने की योजना
-अखिलेश ने 400 करोड़ रुपए दिए।
13-समाजवादी स्वास्थय बीमा योजना
-अखिलेश ने 20 करोड़ रुपए दिए थे।