लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता नरेश अग्रवाल ने बुधवार को राज्यसभा में हिंदू देवी-देवताओं के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की, जिसका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पुरजोर विरोध किया। सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों ने अग्रवाल की टिप्पणी का विरोध किया, जिसके बाद उन्होंने उसे वापस लेते हुए माफी मांगी। सोशल मीडिया पर सपा सांसद के इस विवादित बयान से अब हिंदू देवी देवताओं के नाम की जगह दूसरे धर्म और संप्रदायों के देवताओं के नाम जोड़कर वायरल करने की कोशिश की जा रही है।
नरेश अग्रवाल राज्यसभा में गोरक्षा के नाम पर भीड़ द्वारा हत्या (लिंचिंग) पर चर्चा में हिस्सा ले रहे थे, जिस दौरान उन्होंने सन् 1991 की एक घटना का जिक्र किया, जब वह उस स्कूल में गए, जिसे जेल में तब्दील कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के कुछ देवताओं के नामों को शराब की किस्मों से जोड़ा गया था और ये बातें स्कूल की दीवार पर लिखी हुई थीं। सत्ता पक्ष की तरफ इशारा करते हुए अग्रवाल ने कहा कि ये पंक्तियां ‘आपके लोगों’ द्वारा लिखी गई थीं।
मंत्रियों सहित भाजपा के सदस्यों ने सपा सदस्य से माफी की मांग की और उन्होंने कहा कि वे किसी को भी ‘हिंदू देवी-देवताओं का अपमान’ नहीं करने देंगे। नरेश अग्रवाल ने कहा था- ‘विस्की में विष्णु बसें, रम में श्री राम, जिन में माता जानकी और ठर्रे में हनुमान, सियावर राम चंद्र की जय’। लाइम्स ऑफ इइंडिया नाम के फेसबुक पेज पर इसी तर्ज में लिखा गया- ‘विस्की में मुहम्मद बसें, रम में मुहम्मद के खास, जिन में माता मरियम और ठर्रे में जीसस, अल्लाह हू अकबर: नरेश अग्रवाल।’ लाइम्स ऑफ इंडिया की ये लाइनें फेसबुक पर वायरल होने लगीं।