लखनऊ डेस्क/ अमित शाह के तीन दिन लखनऊ दौरे के समापन के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों और उच्च अधिकारियों के साथ 2 घंटे तक मीटिंग की। बैठक शाम 6 बजे शुरू हुई जिसमें प्रदेश के प्रभारी ओपी माथुर और सुनील बंसल भी शामिल हुए। इसमें अमित शाह के बताए गए सुझाव को सभी मंत्रियों को बताया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ बैठक में सख्त नजर आए। उन्होंने कहां, सप्ताह भर में सभी अधिकारी सुधर जाएं, नहीं तो अब कार्रवाई होगी। उन्होंने चीफ सेक्टरी, प्रमुख सचिव, डीजीपी और समेत सभी विभाग के अधिकारियों को सुधर जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, सभी अपने-अपने विभाग के अधिकारियों को सुधारें और अफसरों को ठीक से काम करने के निर्देश दिए।
बैठक में एमएलए के मामलों की सुनवाई के लिए एक अलग समूह बना गया है। वहीं, मंत्रियों की अध्यक्षता में 23 समूह बनाए गए हैं। इस समूह में 12-12 विधायक रखे गए हैं , जो कि अपने मामले सीधे मंत्री को बताएंगे और उसको संबंधित विभाग का मंत्री सॉल्व करेगा। सीएम योगी ने एक अलग व्यवस्था बनाते हुए मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वह सोमवार और मंगलवार को अपने कार्यालय में बैठेंगे। यूपी के मंत्रियों से सोमवार को विधायक और सांसद आसानी से मिल सकेंगे और अपनी प्रॉब्लम सॉल्व करा सकते हैं।
संगठन मंत्री सुनील बंसल के सुझाव पर बैठक में यह निर्णय हुआ है कि सभी विभाग के मंत्रियों के साथ एक-एक कार्यकर्ता अटैच किया जाएगा। इसके माध्यम से संगठन योजनाओं पर निगरानी और मंत्रियों पर नजर बनाए रखेगा। सीएम योगी ने प्रदेश के सभी कमिश्नर को निर्देशित किया है कि हर महीने की 10 तारीख को योजनाओं की जिलेवार समीक्षा की जाएगी। सरकार की योजनाओं को जिले में प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए यह समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया है।
योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, प्रभारी मंत्रियों के कामों को लेकर चर्चा हुई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कुछ निर्देश भी दिए थे। उनको लेकर भी मंत्रियों को बताया गया है। अखिलेश सरकार का परिवारवाद ही है कि इन सबकी वजह हमने किसी को नहीं तोड़ा है। अधिकारियों को लेकर भी सीएम ने निर्देश दिए हैं कि अधिकारियों को एक और मौका दिया गया है। अच्छे से काम करें, क्योंकि ये सपा-बसपा शासन नहीं है। अब गलत करने पर कार्रवाई होगी।