गोरखपुर डेस्क/ गोरखपुर के बीआरडी कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से हुई 33 मौत का मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर चौतरफा हमला करते हुए उनसे नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की है। शनिवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, प्रभारी गुलाम नबी आजाद, डॉ संजय सिंह और पूर्व मंत्री आरपीएन सिंह ने मरीजों और डॉक्टरों से मुलाकात की। कांग्रेस का दल मृतकों के परिजनों से भी मिला और उन्हें सांत्वना दी।
इसके बाद मीडिया से बातचीत में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह बहुत ही ह्रदय विदारक घटना है. बच्चों की मौत से बहुत दुखी हूं। यह सब सरकार की लापरवाही की वजह से हुआ। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री और प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री को अपने पद से तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने उत्तरदायित्व से बच नहीं सकते। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारे पास जानकारी है कि हॉस्पिटल में एक महीने से ऑक्सीजन की कमी थी। राज्य में जंगलराज हो गया है| 5 दिन में 60 बच्चों की हत्या हुई। मौत के बाद बच्चों के परिवार को जल्दबाजी में घर पहुंचा दिया गया ताकि वो किसी के सामने न आ सकें। लापरवाही की जांच के लिए सांसदों की एक कमेटी बननी चाहिए।” पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि जो कुछ भी हुआ इसमें सिर्फ और सिर्फ सरकार की गलती है
दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी ने भी इस मामले में सरकार पर हमला बोला है। बसपा नेता सुधीन्द्र भदौरिया ने कहा कि “अगर मुख्यमंत्री के अंदर थोड़ी से भी शर्म बची है तो वे गोरखपुर जाकर मृतकों के परिजनों से माफ़ी मांगे।” भदौरिया ने कहा कि यूपी के सीएम के लिए यह काफी शर्म की बात है। अगर उनके अंदर थोड़ी सी भी शर्म है तो वे नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा दे दें। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा कि सरकार को मृतकों के परिजनों को मुआवजा देना चाहिए। गरीबों को मुफ्त दावा मिले इसकी भी व्यवस्था सरकार करे। जो कुछ भी हुआ वह शर्मनाक है। इसके लिए सरकार जिम्मेदार है। इस बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि विपक्ष जल्दबाजी में बयानबाजी कर रहा है। सरकार लोगों की सेवा के लिए समर्पित है। इस मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।