लखनऊ डेस्क/ बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को कर्नाटक की पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को प्रथम दृष्टया बड़ी साजिश करार दिया है। मायावती ने मांग की है कि गौरी लंकेश की हत्या के साथ ही डाबोलकर, गोविंद पनसारे और एमएम कलबुर्गी जैसे लेखकों व साहित्यकारों की हत्याओं की जांच एनआईएस से कराई जाए ।
लखनऊ में बयान जारी कर बसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि स्वतंत्र व निष्पक्ष विचारों वाले लेखकों, पत्रकारों और बुद्धिजीवियों की एक के बाद एक हत्या हो रही है। मामले की गंभीरता को समझते हुए केंद्र सरकार को एनआईए की जांच जरूरी है। प्रथम दृष्टया ये सभी मामले एक बड़ी साजिश का हिस्सा लगते हैं, जिसके पीछे मजबूत लोगों का दिल, दिमाग व धन लगा हुआ है।
मायावती ने कहा कि एक खास घातक पैटर्न पूरे देश को नजर आ रहा है। जैसा कि गोरक्षा, लव जिहाद, एंटी रोमियो, घर वापसी आदि मामले पूरे तौर पर स्पष्ट हैं। उन्होंने कहा कि देशहित में इन मामलों के प्रति केंद्र और राज्य सरकारों को गंभीरता दिखानी चाहिए लेकिन अब तक कहीं ऐसा देख्ने को नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार कश्मीरी नेताओं की एनआईए से जांच करवा रही है, उसी तरह से राज्यों में हो रही है इन लोकतंत्र विरोधी हत्याओं व इससे जुड़ी आतंकी घटनाओं की भी जांच एनआईए से होनी चाहिए।