यूपी डेस्क/ विभाग पर बोझ बन चुके लखनऊ जोन के 32 पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायरमेंट देने की तैयारी शुरू हो चुकी है। सभी चिन्हित पुलिसकर्मी 50 के पार हैं और कहा जा रहा है कि इनके खिलाफ कई मामले भी हैं। एडीजी लखनऊ जोने अभय कुमार प्रसाद ने इनकी सूची डीजीपी सुलखान सिंह को भेज दी है। बताया जा रहा है कि एडीजी ने लखनऊ जोन के सभी जिलों से ऐसे पुलिसवालों की सूची मांगी थी जो विभाग पर बोझ बन चुके है, उनके कैरेक्टर रोल पर सवालिया निशान लगे हैं और वे अपने काम के प्रति संजीदा नहीं हैं।
इसके तहत सीतापुर से आठ, अम्बेडकरनगर से सात, खीरी से चार, उन्नाव से तीन, फ़ैजाबाद से दो सहित कुल 32 पुलिसकर्मियों के नाम भेजे गए थे। इन सभी पुलिसकर्मियों के कैरेक्टर रोल कारनामों से रंगे थे। एडीजी ने कहा कि डीजीपी की रिपोर्ट पर शासन की तरफ से गठित कमेटी तय करेगी कि सूची में शामिल पुलिस वालों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाए या नहीं ।
गौरतलब है कि सूबे की योगी सरकार ने भ्रष्टाचार और कामचोरी के खिलाफ सकहत रुख अपनाया है। इसी के तहत सभी विभागों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इस प्रक्रिया के तहत 50 साल या उसके ज्यादा उम्र के अधिकारीयों और कर्मचारियों के दागी या पर्तिकूल प्रविष्टि मिलने पर उन्हें जबरन रिटायर किया जा रहा है।