लखनऊ डेस्क/ बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार को दलित विरोधी करार दिया है । मायावती ने जालौन जिले में अंबेडकर की प्रतिमा के अनादर का विरोध कर रहे लोगों पर कथित तौर पर हुई लाठीचार्ज के संबंध में यह बात कही । मायावती ने सोमवार को जारी अपने एक बयान में कहा कि जालौन में अंबेडकर प्रतिमा का अपमान किए जाने के विरोध में विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं और उनमें से कई लोगों को जेल भेज दिया ।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार के इस रवैये को जातिवादी, राजनीतिक द्वेषपूर्ण, भेदभावपूर्ण और दलित-विरोधी नहीं तो और क्या कहा जाएगा । मायावती ने आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की । उन्होंने कहा कि इस प्रकार के संगीन अपराध करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं किया जाना, इस बारे में सरकार की मिलीभगत को दर्शाता है ।
रविवार को जालौन जिले के काशीखेड़ा गांव में सड़क किनारे लगी अंबेडकर प्रतिमा का शरारती तत्वों ने अपमान किया था । इसके विरोध में बीएसपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था । पुलिस ने इस दौरान सुबोध गौतम नाम के एक पुलिस अधिकारी पर हमला करने वाली कुछ महिलाओं को हिरासत में ले लिया था ।
बीएसपी अध्यक्ष ने बीएचयू घटना पर छात्राओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की भी कड़ी निंदा की । उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के गलत और भेदभावपूर्ण रवैये के कारण बीएचयू कैंपस में पुलिस ज्यादती के चलते हिंसा, आगजनी और उपद्रव हुआ । इस मामले में विश्वविद्यालय के वीसी का रवैया भी अड़ियल और तानाशाहीपूर्ण है । उन्होंने योगी सरकार से पीड़ित छात्र-छात्राओं को इंसाफ दिलाने और उनकी सुरक्षा का ठोस इंतजाम करने की मांग की ।