यूपी डेस्क/ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि भगवान राम और कृष्ण हमारे भी हैं। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उप्र सरकार समाजवादियों के काम का उद्घाटन कर रही है। बीते आठ माह में प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोई काम नहीं किया है। लखनऊ के एक होटल में आयोजित समागम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “हमने भगवान राम की कृपा से ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। मैंने कभी उद्घाटन का उद्घाटन नहीं किया। सपा के कार्यकाल में किए गए कार्यो का ही सरकार फिर से उद्घाटन कर रही है। अगर इस सरकार ने प्रदेश के लिए कुछ नया काम किया हो तो उन्हें जनता को बताना चाहिए।” अखिलेश ने कहा, “हमारी सरकार ने इतनी योजनाएं लागू की, लेकिन आज की सरकार इसका क्रेडिट नहीं देती है। हमने मायावती को एक्सप्रेसवे का क्रेडिट दिया था।” उन्होंने कहा, “भगवान कृष्ण और भगवान राम हमारे भी हैं। दोनों भगवान विष्णु के ही अवतार हैं। इटावा में लगने वाली कृष्ण मूर्ति के लिए सैफई महोत्सव समिति ने पैसा जुटाया है।”
मुस्लिम-यादव समीकरण के सवाल पर अखिलेश ने कहा, “भाजपा के लोग होशियार बहुत होते हैं, झगड़ा कराने में, नफरत फैलाने में और उनसे बेहतर ‘दो फाड़’ कोई नहीं कर सकता है, चाहे वह परिवार में या फिर किसी राजनीतिक दल में। आप बंगाल देख लो, गुजरात देख लो या फिर उप्र को ही ले लो, ऐसे अनेक उदाहरण आपको मिल जाएंगे। हिंदू-मुस्लिम या जाति के नाम पर अलगाव विभाजन उनसे (भाजपा) बेहतर कौन कर सकता है।”
अखिलेश ने नोटबंदी पर कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है, बाजार ध्वस्त हुआ है। देश के पूर्व वित्तमंत्री भी नोटबंदी को गलत बता रहे हैं। जीएसटी पर अखिलेश ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “आप के पास एक्सपर्ट हैं फिर भी आप जीएसटी में संशोधन कर रहे हो। चुनाव जैसे-जैसे आएगा संशोधन पर संशोधन करोगे। यहां बैठे कारोबारी शायद न बोलें, क्योंकि हो सकता है कि आयकर विभाग का नोटिस आ जाएगा। लेकिन कैमरे के पीछे सब स्वीकार करेंगे कि जीएसटी ने बाजार को गिरा दिया, अर्थव्यवस्था चौपट हो गई।”