लखनऊ डेस्क/ महाराष्ट्र के पुणे में हुई जातीय हिंसा में अब राजनीति शुरु हो गई है। यूपी की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है। मायवती ने कहा- “ये जो घटना घटी है ये रोकी जा सकती थी। सरकार को वहां सुरक्षा के उचित प्रबंध करना चाहिए था। महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार है और उन्होंने वहां हिंसा कराई, लगता है इसके पीछे बीजेपी, RSS और जातिवादी ताकतों का हाथ है।”
मायावती ने कहा- “वे नहीं चाहते कि दलित वर्ग के लोग अपने इतिहास को बरकरार रखें। ये नहीं चाहते हैं कि दलित सम्मान और गर्व के साथ जिंदगी बिताएं। जानबूझकर हिंसा कराई गई है।” इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हिंसा को लेकर RSS और बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने मंगलवार शाम ट्वीट कर कहा कि भारत के लिए RSS और बीजेपी का फासीवादी दृष्टिकोण ही यही है कि दलितों को भारतीय समाज में निम्न स्तर पर ही बने रहना चाहिए।
हर साल हजारों की संख्या में दलित समुदाय के लोग जयस्तंभ पर श्रद्धांजलि देते हैं। सोमवार को रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) ने जंग की 200वीं बरसी पर खास कार्यक्रम कराया था। इसमें महाराष्ट्र के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट, बीजेपी सांसद अमर साबले, डेप्युटी मेयर सिद्धार्थ डेंडे और अन्य नेता शामिल हुए। इस मौके पर देशभर से करीब 2 लाख दलित यहां इकट्ठा हुए थे। मराठा कम्युनिटी इस प्रोग्राम का विरोध कर रही थी।