यूपी डेस्क/ लालू यादव की पैरवी के लिए जालौन के जिलाधिकारी द्वारा फोन करने की खबरों का सीएम योगी ने सज्ञान लिया है। मामले की जांच झांसी मंडल के कमिश्नर को सौंपते हुए जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि चारा घोटाले में लालू यादव को सजा सुनाने वाले सीबीआई स्पेशल कोर्ट के जज शिवपाल सिंह जालौन के रहने वाले हैं। इस मामले में सुनावाई के दौरान जज ने खुलासा किया था कि लालू यादव की सजा कम कराने के लिए कई सिफारिशी फोन आए थे। इसमें जालौन जिले के जिलाधिकारी डॉ मन्नान अख्तर और एसडीएम भैरपाल सिंह का नाम भी आ रहा था।
सीएम योगी ने झांसी मंडल के कमिश्नर अमित गुप्ता को मामले की जांच सौंप दी है। रिपोर्ट आने के बाद संभव है जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी पर कार्रवाई हो सकती है। हालांकि जालौन के डीएम ने इससे इंकार किया है। मीडियो को दिए जवाब में उन्होंने कहा कि मेरी जज से कभी बात नहीं हुई है। सजा का ऐलान करने से पहले लालू यादव और जज के बीच हुई बातचीत में इस बात का खुलासा हुआ था। लालू यादव ने कोर्ट में जज से कहा था कि साहब फैसला सुनाने से पहले ठंडे दिमाग से विचार करियेगा। इस पर जज शिवपाल सिंह ने कहा था कि आपके शुभचिंतकों के दूर-दूर से फोन आ रहे हैं।
इसके अलावा भी कई मुद्दों पर लालू यादव और जज शिवपाल सिंह के बीच हल्के-फुल्के अंदाज में बातचीत हुई थी। लालू यादव ने जब परिचितों से न मिलने देने की शिकायत की थी तो जज ने कहा था इसीलिए आपको कोर्ट में बुलाते हैं, लेकिन आप आना नहीं चाहते।