वाशिंगटन डेस्क/ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए चिप बनाने वाली कंपनी क्वालकाम के प्रस्तावित अधिग्रहण पर आज रोक लगा दी है। सिंगापुर की प्रतिस्पर्धी कंपनी ब्रॉडकाम अमेरिकी कंपनी का 117 अरब डॉलर (7.6 लाख करोड़ रुपए) में यह अधिग्रहण करने वाली थी और यह प्रौद्योगिकी जगत का अब तक का सबसे बड़ा सौदा होता। माना जा रहा है कि अमेरिका ने चिप बाजार में चीन की बढ़त की आशंकाओं के मद्देनजर यह रोक लगायी गयी है।
ट्रंप ने अपने अधिशासी आदेश में कहा, ऐसे विश्वस्त प्रमाण मिले हैं जिससे यह संदेह पुख्ता होता है कि ब्रॉडकाम द्वारा क्वालकाम के अधिग्रहण से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। उन्होंने आदेश दिया कि ब्रॉडकाम के क्वालकाम को खरीदने पर तत्काल स्थायी पाबंदी लगायी जाती है। यदि यह सौदा पूरा होता तो उससे बनने वाली संयुक्त कंपनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी चिप विनिर्माता होती। इंटेल और सैमसंग इस समय दो सबसे बड़ी चिप विनिर्माता हैं।
ब्रॉडकाम ने जारी बयान में कहा कि वह राष्ट्रपति के आदेश की समीक्षा कर रही है। उसने कहा, ‘ब्रॉडकाम इस बात को खरिज करती है कि क्वालकाम के प्रस्तावित अधिग्रहण से राष्ट्रीय सुरक्षा को किसी तरह का खतरा होगा।’ अमेरिका के अखबार ने कहा कि ट्रंप के इस निर्णय के पीछे चीन मुख्य वजह है। पिछले सप्ताह अमेरिका के कई सांसदों ने इस अधिग्रहण पर रोक लगाने की मांग की थी।