नई दिल्ली डेस्क/ वालमार्ट इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ कृष अय्यर ने बुधवार को कहा कि भारत की अर्थवस्था में रोजगार की दृष्टि से खुदरा क्षेत्र काफी अहम है, इसलिए इस क्षेत्र को उद्योग का दर्जा दिया जाना चाहिए। अय्यर भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के रिटेल कान्क्लेव को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), ऋणशोधन व दिवाला नियमावली जैसे संरचनात्मक सुधार व बुनियादी ढांचों पर सार्वजनिक खर्च से भारत आकर्षण का केंद्र बन गया है। अय्यर ने कहा, “जीएसटी लागू होने से भारत सीमाहीन राष्ट्र बन गया है”।
इस क्षेत्र की संभावनाओं के संबंध में उन्होंने कहा कि भारत को अगले तीन साल तक हर महीने 10 लाख नौकरियों के अवसर पैदा करने की जरूरत है, जिससे सभी युवाओं को काम मिल सकें और खुदरा क्षेत्र में इस प्रकार के अवसर पैदा करने की क्षमता है।
इस मौके पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में औद्योगिक नीति व प्रोत्साहन विभाग (डीआईपीपी) के अतिरिक्त सचिव अतुल चतुर्वेदी ने भी खुदरा क्षेत्र में रोजगार के अवसर की संभावनाओं को रेखांकित किया और कहा कि इस क्षेत्र में 2020 तक 5.6 करोड़ नौकरियां पैदा हो सकती हैं और देश के सकल घरेलू उत्पाद में इसका योगदान 10 फीसदी हो सकता है।
उन्होंने कहा कि डीआईपीपी द्वारा सुधारों पर अमल किया जा रहा है और इससे तरक्की आएगी। उन्होंने कहा कि सकारात्मक बात यह है कि सरकार अब खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेशकों को अवसर दे रही है। इस क्षेत्र के विकास के लिए अब ज्यादा उदारवादी दृष्टिकोण का अपनाया जा रहा है।