बीजिंग डेस्क/ चीन ने शांगरी-ला डायलॉग में चीन-भारत संबंधों पर पीएम मोदी की सकारात्मक टिप्पणियों का स्वागत किया है। इसके साथ ही चीन ने दोनों देशों के नेतृत्व के बीच बनी सहमति के आलोक में द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखने और गति देने के लिए भारत के साथ काम करने की इच्छा भी जताई है। पीएम मोदी सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग के अपने संबोधन में कहा था कि एशिया और दुनिया का भविष्य बेहतर तभी होगा तब भारत और चीन विश्वास और भरोसे के साथ एक साथ मिलकर काम करेंगे।
पीएम मोदी शांगरी-ला डायलॉग को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे। पीएम ने एशिया के इस प्रमुख डिफेंस और स्ट्रैटिजिक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत और चीन, दोनों ने ही आपस के मुद्दों को सुलझाने के लिए परिक्वता और बुद्धिमानी का परिचय दिया है। मोदी ने कहा था कि दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाले इन दोनों देशों के बीच सहयोग भी बढ़ा है।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चनयिंग ने मीडिया ब्रीफिंग में पीएम मोदी की टिप्पणी का स्वागत करते हुए कहा कि, ‘हमने चीन-भारत संबंधों पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई सकारात्मक टिप्पणियों पर ध्यान दिया है। हम इस तरह की सकारात्मक टिप्पणियों की काफी सराहना करते हैं।’ पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच वुहान में हुई अनौपचारिक बैठक को याद करते हुए हुआ ने कहा कि दोनों के बीच में अंतरराष्ट्रीय और द्विपक्षीय संबंधों को लेकर गहराई से विचारों का आदान-प्रदान हुआ। उन्होंने कहा कि दोनों नेता कई सहमतियों पर पहुंचे थे।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि दोनों पक्ष अपने मतभेदों को परिपक्वता और बुद्धिमानी से सुलझाने के लिए राजी हुए थे। उन्होंने आगे कहा कि चीन इस सकारात्मक वातावरण में अपने द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सीमा के आसपास शांति व्यवस्था बनाए रखने द्विपक्षीय सहयोगों को आगे बढ़ाने के लिए हम साथ काम करने को तैयार हैं।