भोपाल डेस्क/मध्य प्रदेश में ऊंचाई कम होने के कारण पुलिस भर्ती से बाहर की गईं लड़कियां ने जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में पहुंचकर अपनी बात कहने की कोशिश की, तो उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। गुरुवार को रिहा की गईं नौ लड़कियों ने आरोप लगाया कि जेल प्रबंधन ने उनका प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया, जिससे वे बेहद आहत हैं।
लड़कियों ने आरोप लगाया कि ये सब मामा शिवराज के इशारे पर हुआ है। हमें पूरे शहर में घुमाया गया और फिर सेंट्रल जेल ले जाया गया, वहां हमारे साथ अभद्रता की गई। जेल में प्रेग्नेंसी टेस्ट हुआ, टेस्ट करने वाला जेल का कोई प्रोफेशनल डॉक्टर नहीं था। हमें मर्डरर महिला कैदियों के साथ रखा गया। आखिर हमारा प्रेग्नेसी टेस्ट किस नियम के आधार पर किया गया। हमारे कपड़े चेंज कराए गए।
पुलिस आरक्षक भर्ती में 3 सेंटी मीटर की छूट को लेकर लड़कियां धरना प्रदर्शन कर रही हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस में महिला उम्मीदवारों की भर्ती के लिए ऊंचाई में छूट देने की घोषणा की थी। कहा था कि इस भर्ती में महिलाओं को लंबाई में 3 से 4 सेंटी मीटर की छूट दी जाएगी। लिखित और शारीरिक परीक्षा पास कर लेने के बावजूद ऊंचाई कम होने के कारण प्रदेश की सैकड़ों लड़कियों को भर्ती से बाहर कर दिया गया। इसके विरोध में लड़कियों ने सीएम हाउस का घेराव किया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।