अयोध्या डेस्क/ अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी रविवार को फैजाबाद पहुंचे और अयोध्या में महंत नृत्य गोपाल दास से उनके जन्मदिन पर मुलाकात की। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में ही होना चाहिए। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए दस हजार रुपये दान में दिए और महंत नृत्यगोपाल दास से आशीर्वाद लेने के बाद श्रीराम जन्मभूमि कार्यशाला भी गए।
कार्यशाला पहुंचे वसीम रिजवी ने कहा कि एक मुकदमा जीतने से बेहतर है कि करोड़ों राम भक्तों के दिलों को जीता जाए। उन्होंने कहा कि सेक्युलर मुसलमान होने के कारण आज राम जन्मभूमि कार्यशाला आए हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी हैसियत के अनुसार दान करेंगे। रिजवी ने कहा, “मंदिर निर्माण के लिए मेरी ओर से यह छोटी सी भेंट मोहब्बत का बहुत बड़ा पैगाम है। यह देश मोहब्बत और भाईचारे से चलेगा। मंदिर का निर्माण शुरू होते ही देश का सेकुलर मुसलमान बढ़-चढ़कर दान करेगा।”
वसीम ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में ही होना चाहिए। राम मंदिर अयोध्या में नहीं तो क्या सऊदी अरब में बनेगा? अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है। यहां मस्जिद की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण किसी भी तरीके से अयोध्या में होना चाहिए। हिंदुस्तान के सेक्युलर मुसलमान चाहते हैं कि विवाद खत्म हो जाए और अयोध्या में राम मंदिर बने।