कोच्चि डेस्क/ केंद्र सरकार मुनाफे में चल रही कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) का निजीकरण नहीं करेगी। जहाजरानी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यहां मंगलवार को देश के सबसे बड़े शुष्क गोदी की आधारशिला रखने के दौरान यह बात कही।
गडकरी ने कहा, “हम किसी लाभप्रद संस्थान का निजीकरण नहीं करेंगे। हम कभी भी निजी व्यक्ति को इसे खरीदने की अनुमति नहीं देंगे, क्योंकि सीएसएल अच्छा मुनाफा कमा रही है।” कोचीन शिपयार्ड के शुष्क गोदी में कुल 1,799 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। यह 310 मीटर लंबा, 75 मीटर चौड़ा और 13 मीटर गहरा होगा।
गोदी का डिजाइन इस तरह का होगा कि यहां जहाज निर्माण और मरम्मत दोनों का काम हो सके। यह गोदी अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मानकों से लैस होगा। इसमें जल शोधन यंत्र और ग्रीन बेल्ट विकास व्यवस्था होगी। इस शुष्क गोदी के साथ कोच्चि शिपयार्ड अब विशेषज्ञ और तकनीकी रूप से आधुनिक एलएनजी कैरियर, ड्रिल जहाज, जैक अप रिग्स, बड़े ड्रेजर्स तथा भारतीय नौसेना के लिए विमान वाहकों तथा उच्च स्तरीय शोध जहाजों का निर्माण कर सकेगा।
केरल के मुख्यमंत्री पिन्नराई विजयन ने इस मौके पर कहा कि राज्य सरकार अंतर्देशीय जल परिवहन को बहुत महत्व दे रही है। केंद्रीय मंत्री की पत्नी कंचन गडकरी ने इस मौके पर अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह प्रशासन के लिए सीएसएल द्वारा निर्मित 500 यात्री क्षमता वाले दो जहाज भी लांच किए। इन जहाजों से एक द्वीप से दूसरे द्वीपों का संपर्क बढ़ेगा।